धारणा: चित्रगुप्त पूजा में करें यह काम तो स्वर्ग में मिलेगी जगह
ब्यूरो(राम मिश्रा, अमेठी):चित्रगुप्त हिंदुओं के प्रमुख देवता माने जाते हैं। पुराणों के मुताबिक, वो अपने दरबार में मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा कर न्याय करते थे।
धारणा है कि भगवान चित्रगुप्त मनुष्य के अच्छे और बुरे कामों का लेखा-जोखा रखते हैं। कायस्थ समाज के लोग आज चित्रगुप्त की आराधना कर कलम और दवात का भी पूजन करते हैं।
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार अगर आपके पास चित्रगुप्त फोटो उपलब्ध न हो तो कलश को प्रतीक मान कर चित्रगुप्त जी को स्थापित कर सकते हैं।
एक सफेद कागज पर पांच देवताओं के नाम जैसे श्री गणेश जी सहाय नमः, श्री चित्रगुप्त जी सहाय नमः श्री शिवाय नमः आदि लिखकर उन्हें स्मरण करें। उसी कागज पर वो एक साल के आय-व्यय का हिसाब लिखकर भगवान के सामने रखते हैं। साथ ही भगवान चित्रगुप्त को अदरक और गुड़ का प्रसाद चढ़ाया जाता है।
इसी क्रम में मंगलवार को अमेठी जिले के मुसाफिरखाना विकास खण्ड अन्तर्गत गाँव दादरा में कायस्थ समाज के लोगों ने भगवान इस मौके पर डॉ. संतलाल के दरवाजे पर एकत्र होकर भगवान चित्रगुप्त की विधिवत कथा, आरती, व हवन आदि कर प्रसाद वितरण किया। इस अवसर पर अंजनी कुमार श्रीवास्तव, सुनील कुमार श्रीवास्तव, आदित्य लाल, सतीश, अकबाल, सुशील, अरुण, प्रशांत, देवेश, निशान्त, अविनाश, मनीष, दीपक, वरुण, शुभम, अंकुर, सक्षम, आभास सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।