SSR: 2 महीने में मुंबई पुलिस पर सवाल उठाने वाले 4 महीने बाद भी सीबीआई जांच पर खामोश
मुंबई ब्यूरो। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में पहले मुंबई पुलिस ने जांच शुरू की थी लेकिन दो महीने के अंदर ही कुछ लोगों ने मुंबई पुलिस की जांच पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। सुशांत सिंह राजपूत की मौत को साजिश और हत्या बताकर सामने आये कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर तरह तरह के सवाल उठाये थे।
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के अलावा बीजेपी से जुड़े लोगों ने भी मुंबई पुलिस की जांच पर तरह तरह के सवाल उठाते हुए जांच की गंभीरता पर सवाल उठाये थे। इतना ही नहीं कुछ न्यूज़ चैनलों ने एक एजेंडे के तहत मुंबई पुलिस की जांच को कटघरे में खड़ा करने की नियमित कोशिश की थी।
सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच सीबीआई को दिए जाने की मांग उठी और यह मामला सुप्रीमकोर्ट तक पहुंचा। जिसके बाद सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी गई।
इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई ने छह अगस्त, 2020 को रिया चक्रवर्ती, उसके परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों के खिलाफ फिर से पंजीकृत किया गया था। सीबीआई ने मुंबई पुलिस द्वारा जुटाए आगे सभी साक्ष्यों को भी अपने कब्ज़े में लेकर सभी एंगिलो से जांच को आगे बढ़ाया।
इतना ही नहीं सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े पोस्ट मॉर्टम और बिसरा रिपोर्ट को भी हर एंगिल से जांचा परखा गया और इस पर एक्सपर्ट की राय भी ली गई। अब सीबीआई जांच को करीब 4 महीने बीत चुके हैं। सीबीआई अभी तक यह बताने में नाकाम रही है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत एक सामान्य आत्म हत्या थी या किसी साजिश के तहत उनकी हत्या की गई थी।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले सीबीआई जांच को लेकर अभी हाल ही में बीजेपी सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने सीबीआई को पत्र लिखकर जांच को लेकर कुछ सवाल पूछे थे। सीबीआई ने स्वामी के पत्र के जबाव में बताया कि सीबीआई नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करते हुए गहन और पेशेवर तरीके से जांच कर रही है। सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। किसी भी सूरत में इससे इनकार नहीं किया गया है।”
सीबीआई ने बीजेपी सांसद के पत्र के जबाव में यह भी कहा कि जांच के दौरान सभी संबंधित गवाहों की शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों और अन्य स्वतंत्र स्रोतों द्वारा बतायी गयी परिस्थितियों, आशंकाओं को समझने के लिए जांच की गयी। इस मामले में गहनतम जांच की गयी है।
सीबीआई देश की सर्वोत्तम जांच एजेंसी है। उसके पास हर तरह के एक्सपर्ट हैं। इसलिए सीबीआई की जांच को लेकर किसी तरह का कोई सवाल नहीं किया जा सकता लेकिन उन लोगों से सवाल अवश्य होना चाहिए जो मुंबई पुलिस द्वारा की जा रही जांच के दौरान महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस पर तरह तरह के आरोप जड़ रहे थे।