बाबरी मस्जिद मामला: 4 जून को होंगे कल्याण, आडवाणी, जोशी सहित 32 आरोपियों के बयान

लखनऊ। 06 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में 04 जून को बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी, कल्याण सिंह और उमा भारती सहित 32 आरोपियों के बयान दर्ज किये जाएंगे।
इस मामले में गुरूवार को लखनऊ की सीबीआई की अदालत में सुनवाई हुई। इस मामले में बचाव पक्ष के वकील ने बयान दर्ज कराने के लिए और अधिक समय माँगा था। कोर्ट ने समय बढ़ाने की अर्जी स्वीकार करते हुए अब 04 जून की तारीख तय की है। इस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी, कल्याण सिंह और उमा भारती सहित करीब 32 लोग आरोपी हैं।
बचाव पक्ष के वकील दी कि लॉकडाउन के चलते सभी लोगों से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। इसलिए बयान दर्ज कराने के लिए समय बढ़ाया जाना चाहिए। इस पर अदालत ने अर्जी को स्वीकारते हुए 04 जून को सभी आरोपियों के बयान दर्ज कराने के लिए हाज़िर होने को कहा है।
इस मामले में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी और उमा भारती को व्यक्तिगतरूप से हाज़िर होने से छूट मिली हुई थी लेकिन अब अदालत ने कहा कि 04 जून को सभी आरोपी व्यक्तिगत रूप से हाज़िर हों।
31 अगस्त को आएगा फैसला:
गौरतलब है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुप्रीमकोर्ट ने फैसला सुनाने की तारीख 31 अगस्त तय की है। सुप्रीम कोर्ट ने लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट को मस्जिद विध्वंस मामले का ट्रायल 31 अगस्त तक पूरा करने को कहा है।
कोर्ट ने इस समय सीमा (31 अगस्त) में ही केस का फैसला सुनाने को भी कहा है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल जुलाई में ट्रायल कोर्ट के लिए यह समयसीमा 9 महीने की तय की थी, जो इस साल अप्रैल में खत्म हो गई।
इससे पहले सीबीआई कोर्ट के जज ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखकर कोविड 19 के कारण लगाए गए लॉकडाउन का हवाला देते हुए समयसीमा बढ़ाए जाने की मांग की थी।