सुलह की कोशिश के बीच कैप्टेन का हरीश रावत से सवाल, “सिद्धू को क्यों दी गई खुली छूट”
नई दिल्ली। पंजाब में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बगावती तेवर दिखा रहे पूर्व सीएम कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से सवाल किया है कि आखिर पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू को खुली छूट क्यों दी।
गौरतलब है कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा था कि कांग्रेस ने कैप्टेन का सबसे ज्यादा सम्मान किया। इस पर अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘दुनिया ने मेरे ऊपर हुए अपमान को देखा है। इसके बावजूद हरीश रावत इसके वितरीत दावे कर रहे हैं।
अमरिंदर सिंह के कार्यालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री पद छोड़ने से तीन हफ्ते पहले मैंने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मुझे पद पर बने रहने के लिए कहा था।
बयान में कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दुनिया ने मेरे अपमान को देखा है। इसके बावजूद हरीश रावत इसके वितरीत दावे कर रहे हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा कि विधायक दल की बैठक के कुछ घंटे पहले ही मुझे इस्तीफा देना पड़ गया था। अगर यह अपमान नहीं था तो क्या था? हरीश रावत को एक बार मेरी जगह खड़े होकर देखना चाहिए, तब उन्हें मेरे साथ किए गए बर्ताव का एहसास होगा।
इतना ही नहीं कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने याद दिलाया कि हरीश रावत ने खुद उनसे मिलने के बाद सार्वजनिक रूप से कहा था कि वह 2017 के चुनावी वादों पर अपनी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड से संतुष्ट हैं। पंजाब के कांग्रेस प्रभारी ने 1 सितंबर को स्पष्ट रूप से कहा था कि 2022 का विधानसभा चुनाव उनके (कप्तान अमरिंदर सिंह के) नेतृत्व में लड़ा जाएगा और आलाकमान का उन्हें बदलने का कोई इरादा नहीं है।
पूर्व सीएम ने कहा कि अगर रावत ने ऐसा कहा है तो अब वह कैसे दावा कर सकते हैं कि पार्टी नेतृत्व उनसे संतुष्ट नहीं था और अगर ऐसा नहीं था तो उन्होंने मुझे जानबूझकर अंधेरे में क्यों रखा?
क्या कहा था हरीश रावत ने:
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार को देहरादून में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस अभी भी अपने कैप्टन को खोना नहीं चाह रही। तमाम कटु शब्दों को सुनने के बाद भी पार्टी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के लिए सभी रास्ते खोले हुए हैं। कैप्टन को एक बार फिर अपनी बातों पर विचार करना चाहिए और पंजाब विरोधी भाजपा का साथ नहीं देना चाहिए।
उन्होंने अमरिंदर द्वारा लगाए गए आरोपों को भी सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पिछले 2-3 दिन से अमरिंदर सिंह के जो बयान आए हैं उससे लगता है कि वो किसी प्रकार के दबाव में हैं। सत्तारूढ़ दल (भाजपा) जिसको पंजाब के किसान, पंजाब के लोग पंजाब का विरोधी मानते हैं, वे अमरिंदर सिंह को मुखौटे के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं।