दमोह उपचुनाव: धन, बल के इस्तेमाल के बाद भी बीजेपी के चेहरे पर दिख रहीं चिंता की लकीरें

दमोह उपचुनाव: धन, बल के इस्तेमाल के बाद भी बीजेपी के चेहरे पर दिख रहीं चिंता की लकीरें

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में दमोह विधानसभा सीट के लिए आज उपचुनाव का काम पूरा हो गया है। उपचुनाव में मतदाताओं ने ख़ासा जोश दिखाया जिसके चलते शाम 7 बजे तक मतदान चला। यहां शाम 5 बजे तक 56.12 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, 7 बजे तक के आंकड़े आना अभी बाकी है।

उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी का मुकाबला कांग्रेस के अजय टंडन से है। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी पर धन बल के इस्तेमाल का आरोप लगा है, इसके बावजूद बीजेपी खेमे में जोश की कमी नज़र आ रही है।

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर सरकार की नाकामी सामने आने का असर दमोह चुनाव पर भी पड़ने का अंदेशा है। वहीँ इस उपचुनाव में कांग्रेस के हैवी वेट उम्मीदवार अजय टंडन को पार्टी की एकजुटता का लाभ अवश्य मिलेगा।

चुनाव से एक दिन पहले बीजेपी पर सत्ता के दुरूपयोग और पैसे बांटने के आरोप लगे थे। आचार संहिता लागू होने के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री की कार विधानसभा क्षेत्र में दिखाई दी। इतना ही नहीं इस कार में कथित रूप से रखे हुए नोटों के बंडल भी दिखाई दिए। इस कार का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था।

दमोह उप चुनाव में दो महिलाओं सहित कुल 22 प्रत्याशियों की किस्मत आज मतदान संपन्न होने के साथ ही ईवीएम में कैद हो गई है। चुनाव परिणाम 2 मई को घोषित किया जाएगा।

क्या कहते हैं जानकार:

दमोह में आज संपन्न हुए उपचुनाव को लेकर चुनाव जानकारों की राय है कि चुनाव परिणाम से राज्य सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हालांकि चुनाव परिणाम पूर्व विधायक और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आये राहुल लोधी का भविष्य अवश्य तय करेंगे।

वहीँ यदि दमोह सीट पर कांग्रेस एक बार फिर विजय दर्ज करती है तो पार्टी के विधायकों की तादाद में बढ़ोत्तरी के साथ साथ शिवराज सरकार के कामकाज पर जनता की नाराज़गी पर मुहर अवश्य लगेगी।

यदि इस सीट पर कांग्रेस जीत दर्ज करती है तो पूर्व विधायक राहुल लोधी के राजनैतिक भविष्य पर सवाल अवश्य खड़े हो जाएंगे। राहुल लोधी पिछले चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते थे लेकिन वे इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए।

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TeamDigital