चुनाव में हार से बचने के लिए बसपा को ढाल बनाने की तैयारी में जेडीयू-बीजेपी
नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए अगले तीन दिनों में गाइडलाइन जारी करने के चुनाव आयोग के बयान से यह साफ़ हो गया है कि बिहार में विधानसभा चुनाव तय समय पर ही होंगे। कोरोना काल में चुनाव प्रचार का तरीका बदला जा सकता है, इस बारे में चुनाव आयोग जल्द ही गाइडलाइन जारी करेगा।
वहीँ ज़मीनी हकीकत से डरी सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी पराजय से बचने के लिए बहुजन समाज पार्टी को ढाल की तरह इस्तेमाल करने का मन बना रहे हैं।
दरअसल अभी हाल ही में सूत्रों के हवाले से आयी एक खबर में कहा गया था कि बिहार चुनाव को लेकर बीजेपी द्वारा कराये गए आंतरिक सर्वे में बीजेपी-जेडीयू को मिलाकर 70 से 80 सीटें तक मिलने की संभावना जताई गई है। इस सर्वे रिपोर्ट के सामने आने के बाद सत्तारूढ़ दल में हड़कंप मच गया है।
सूत्रों की माने तो बिहार विधानसभा चुनाव में नैया पार लगाने के लिए बीजेपी-जेडीयू के शीर्ष नेता मंथन करने में जुटे हैं। सूत्रों ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट में साफ़ तौर पर एक बात कही गई है कि यदि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लड़ा तो परिणाम और भी चौकाने वाले हो सकते हैं। सर्वे रिपोर्ट में मतदाताओं की नीतीश सरकार से नाराज़गी का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के बाद जेडीयू और बीजेपी के वोट बैंक में तेजी से कमी आई है।
वहीँ बीजेपी सूत्रों की माने तो बहुजन समाज पार्टी बिहार में जेडीयू-बीजेपी के लिए राह आसान करेगी। माना जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी की तरफ से जल्द ही बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान हो सकता है।
बीजेपी सूत्रों ने कहा कि यदि बहुजन समाज पार्टी चुनाव लड़ती है और वह 5 से 10 फीसदी तक भी वोट काटती है तो ये वोट महागठबंधन के ही कटेंगे, इससे जेडीयू और बीजेपी को फायदा मिलेगा।
गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए सितंबर-अक्टूबर में चुनाव कराये जाने की संभावना है। चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पहले ही कह चूका है कि चुनाव तय समय पर ही होंगे।