धार्मिक कारणों से बॉलीवुड छोड़ने वाली सना खान ने मुफ़्ती अनस से की शादी

धार्मिक कारणों से बॉलीवुड छोड़ने वाली सना खान ने मुफ़्ती अनस से की शादी

नई दिल्ली। हाल ही में धार्मिक कारण बताते हुए बॉलीवुड छोड़ने का एलान करने वाली अभिनेत्री सना खान ने मुफ़्ती अनस के साथ शादी कर ली है। सना खान ने सोशल मीडिया पर अपनी शादी की तस्वीरें शेयर कर यह जानकारी दी है।

इंस्टाग्राम पर शादी का फोटो शेयर करते हुए सना खान ने लिखा “अल्लाह के लिए एक दूसरे से प्यार किया, अल्लाह के लिए शादी कर ली, इस दुनिया में अल्लाह हमें साथ रखें और जन्नत में दोबारा मिलाये।”

सना खान अब तक 50 से अधिक विज्ञापनों में काम कर चुकी हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 2005 में “ये है हाई सोसाइटी” नाम की फिल्म से की थी। इसके बाद उन्हें बिग बॉस सीजन 6 से बड़ा ब्रेक मिला था। वो सलमान खान की फिल्म ‘जय हो’ में भी नजर आईं।

पिछले दिनों फिल्म अभिनेत्री सना खान ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। उन्होंने एलान किया था कि अब वे कोई नई फिल्म स्वीकार नहीं करेंगी। सना खान ने अपनी इस निर्णय की जानकारी सोशल मीडिया पर लिखे एक भावुक पोस्ट के माध्यम से दी है। सना खान ने अपने ट्वीटर और इंस्टाग्राम पर हिंदी, उर्दू और अंग्रेज़ी भाषा में पोस्ट जारी किया।

उन्होंने लिखा कि मैं सालों से शोबिज (फिल्म इंडस्ट्री) की जिंदगी गुजार रही हूं लेकिन अब कुछ दिन से मुझ पर ये एहसास कब्जा जमाए हुए है कि क्या इंसान के इस दुनिया में आने का मतलब सिर्फ ये है कि वो केवल दौलत और शोहरत कमाए?’

सना खान ने लिखा कि ‘क्या उसका ये फर्ज नहीं है कि वो अपनी जिंदगी उन लोगों की खिदमत में गुजार दे जो बेआसरा और बेसहारा हैं? सना खान ने लिखा की क्या इंसान को ये नहीं सोचना चाहिए कि उसे किसी भी वक्त मौत आ सकती है? और मरने के बाद उसका क्या बनने वाला है? इन दो सवालों का जवाब, मैं मुद्दत से तलाश कर रही हूं। खासतौर पर इस दूसरे सवाल का जवाब कि मरने के बाद मेरा क्या बनेगा।’

सना ने आगे लिखा- ‘इन दो सवालों के जवाब में मुद्दत से तलाश कर रही हूं। खासतौर पर दूसरे सवाल का कि मरने के बाद मेरा क्या बनेगा? इस सवाल का जवाब मैंने अपने मजहब में तलाश किया तो मुझे पता चला कि दुनिया की ये जिंदगी असल में मरने के बाद की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए है।’

‘वो इस सूरत में बेहतर हो कि जब बंदा अपने पैदा करने वाले के हुकूम के मुताबिक जिदंगी गुजारे. और सिर्फ दौलत और शोहरत को अपना मकसद ना बनाए बल्कि गुनाह की जिंदगी से बचकर इंसानियत की खिदमत करे और अपने पैदा करने वाले के बताए हुए तरीकों पर चले।’

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TeamDigital