भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में फैसला: जारी रहेगा किसान आंदोलन
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मुज़फ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में आज बुलाई गई भारतीय किसान यूनियन महापंचायत में फैसला लिया गया कि कृषि कानूनों के वापस होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार हठधर्मी हो रही है, अगर सरकार चाहती तो फैसला बहुत जल्दी हो जाता। अगर मुद्दे का हल नहीं होता तो गाज़ीपुर बाॅर्डर पर आंदोलन चलेगा।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं किया जा रहा बल्कि सभी किसानो के लिए किया जा रहा है। इसलिए किसानो को एकजुट होकर ये लड़ाई लड़नी हैं। उन्होंने किसानो का आह्वान किया कि वे गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे और आंदोलन में शामिल हों।
आज हुई किसान महापंचायत में कई राजनैतिक दलों के नेताओं की मौजूदगी भी देखी गई। महापंचायत को पूर्व सांसद अमीर आलम खान, हरेंद्र मलिक और राजपाल सैनी ने भी संबोधित किया।
गाज़ीपुर बॉर्डर पर हुई पानी की व्यवस्था:
कल प्रशासन द्वारा गाज़ीपुर बॉर्डर के आंदोलन स्थल पर पानी की सप्लाई रोके जाने के बाद आज दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंच कर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की।
मनीष सिसोदिया ने कहा, “किसान नेताओं ने सीएम से पानी, बिजली और टॉयलेट्स की सुविधा के लिए निवेदन किया था। रात को ही यहां व्यवस्था कर दी गई थी। मैं निरीक्षण करने आया हूं कि कोई दिक्कत तो नहीं आ रही।”
मनीष सिसोदिया ने राकेश टिकैत से कहा कि मुझे केजरीवाल जी ने यहां भेजा है,कल रात आपकी बात हुई। उसके बाद उन्होंने यहां पर पानी के टैंकर और अन्य व्यवस्था कराई। उन्होंने मुझे यहां निरीक्षण करने को कहा था,उन्होंने ये भी कहा है कि और भी कोई जरूरत हो तो दिल्ली सरकार आपके सेवा के लिए तैयार है।
इससे पहले आज दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सिंघु बाॅर्डर जाकर किसानों के लिए की गईं व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। राघव चड्ढा ने बताया, “आज भाजपा की सरकार अन्नदाता तक बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचने दे रही है।”
जयंत चौधरी भी पहुंचे गाज़ीपुर बॉर्डर:
राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी आज गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे और उन्होंने भाकियू नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। जयंत चौधरी ने कहा कि आज संसद के सत्र का पहला दिन है और ये मुद्दा संसद के अंदर भी उठना चाहिए। अगर सरकार पीछे हटती है तो इससे उनकी कमजोरी नहीं झलकेगी। प्रधानमंत्री सब विषयों पर बोलते हैं, किसान के बारे में भी बोल दें।
किसानो की तादाद बढ़ी:
गाज़ीपुर बॉर्डर पर कल रात से ही किसानो की तादाद बढ़ने लगी थी। कल देर रात ही बिजनौर, मुज़फ्फरनगर, अमरोहा सहित कई जिलों के किसान ट्रेक्टरो के साथ गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंच गए थे। वहीँ मेरठ, मुज़फ़्फरनगर, शामली सहित कई जिलों के किसान आज सुबह अपने ट्रेक्टरो के साथ गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं।