कमलनाथ ने फिर दोहराया ‘उपचुनाव के बाद सत्ता में नहीं रहेगी बीजेपी’
भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने एक बार फिर दोहराया है कि 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के बाद बीजेपी सत्ता में नहीं रहेगी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये आयोजित प्रेस वार्ता में कमलनाथ ने दावा किया कि उपचुनाव में कांग्रेस कम से कम 20 सीटें जीतेगी। पूर्व विधायकों के पाला बदलने पर उन्होंने कहा कि वो नेताओं की महत्वाकांक्षा का अंदाजा नहीं लगा पाए।
प्रेस कांफ्रेंस में कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के उस आरोप का भी जबाव दिया जिसमे उन्होंने कहा था कि कमलनाथ सरकार ने कोरोना संक्रमण के खिलाफ कोई तैयारी नहीं की थी। कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि ‘कोविड-19 से निपटने के लिए तत्कालीन सरकार ने कई बड़े कदम उठाए थे और यदि सरकार नहीं जाती तो कोरोना नियंत्रण को लेकर हम दूसरे प्रदेशों से आगे होते।’
उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार ने कोरोनावायरस के चलते आईफा अवार्ड को स्थगित करने का फैसला लिया था। इसके साथ ही प्रदेश में टेस्टिंग की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए टेस्ट लैब को चिन्हित किया गया था। कमलनाथ ने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए मुख्य सचिव और कलेक्टरों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के समय लिए गए किसान कर्ज माफी के फैसले को जारी रखने और एक जून से छह लाख किसानों का कर्ज माफ करने की मांग की। कमलनाथ ने निमाड़ और मालवा में सब्जी पैदा करने वाले किसानों के संकट पर उनकी मदद की जरूरत बताई। उन्होंने राज्य की बीजेपी सरकार से कर्मचारियों को 17 फीसदी डीए देने के फैसले को तत्काल अमल में लाने की मांग की।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि पीसीसी चीफ और नेता प्रतिपक्ष का फैसला पार्टी हाईकमान करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी की हार के बाद पीसीसी चीफ के पद से इस्तीफा दिया था और नए पीसीसी चीफ का फैसला और नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान पार्टी को करना है।