चिराग पासवान का इस्तेमाल कर बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है बीजेपी

चिराग पासवान का इस्तेमाल कर बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है बीजेपी

नई दिल्ली। बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी ने यूँ ही एनडीए से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने का एलान नहीं किया है। इसके पीछे बीजेपी की एक बड़ी रणनीति है, जिससे जल्द ही पर्दा उठ जाएगा।

लोक जनशक्ति पार्टी के अलग चुनाव लड़ने और जनता दल यूनाइटेड के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े करने के पीछे बीजेपी का हाथ बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि बीजेपी ही लोक जनशक्ति पार्टी से ऐसा करा रही है।

दरअसल बिहार में एनडीए में हुए सीटों के बंटवारे में जेडीयू और बीजेपी के बीच फिफ्टी फिफ्टी फॉर्मूला तय हुआ है। यानि 243 सीटों में से 121 सीटें जेडीयू और 120 सीटें बीजेपी के हिस्से में आएँगी।

वहीँ जेडीयू अपने कोटे से जीतन राम मांझी की आवाम मोर्चा को सीटें देगी वहीं एनडीए में अगर लोजपा रहने का फैसला करती है तो भाजपा अपने कोटे से सीटें उन्हें देंगी। चूंकि अब लोकजनशक्ति पार्टी एनडीए से बाहर हो चुकी है इसलिए जीतन राम मांझी को दी जाने वाली सीटें जेडीयू और बीजेपी अपने अपने कोटे से आधी आधी देंगे।

जेडीयू की सीटें हो सकती हैं कम:

वहीँ बीजेपी के आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक यदि लोक जनशक्ति पार्टी जेडीयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार मैदान में उतारती है तो कई सीटों पर जेडीयू को नुकसान हो सकता है। इससे चुनाव में जेडीयू की सीटें घटेंगी और बीजेपी की सीटें जेडीयू से अधिक आएँगी।

चुनाव से पहले भले ही बीजेपी ने नीतीश को मुख्यमंत्री पद का चेहरा स्वीकार कर लिया हो लेकिन यदि चुनाव में जदयू की सीटें बीजेपी से कम आयीं तो सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा करने में वक़्त नहीं लगाएगी। हालांकि यह भी सच है कि बीजेपी अकेले दम पर बिहार में सरकार नहीं बना सकती उसे सरकार बनाने के लिए जदयू का सहयोग आवश्यक होगा। वहीँ जानकारों का कहना है कि यदि चुनाव में बीजेपी की सीटें जदयू से अधिक आयीं तो बिहार की राजनैतिक तस्वीर बदलना तय है।

यही कारण है कि चिराग पासवान ने लोकजनशक्ति पार्टी के एनडीए से अलग होने के पीछे नीतीश के नेतृत्व को कारण बताया है। पासवान ने साफ़ तौर पर कहा है कि उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर नीतीश के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेगी। यहाँ अहम सवाल यह भी है कि यदि लोकजनशक्ति पार्टी को नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने पर एतराज है तो वह नीतीश के नेतृत्व वाली सरकार में कैसे शामिल हो सकती है।

चिराग पासवान ने यह भी कहा कि बिहार में सरकार बनाने के लिए सीटों की ज़रूरत पड़ने पर उनकी पार्टी बीजेपी का समर्थन करेगी। चिराग पासवान के इस बयान से साफ़ ज़ाहिर होता है कि बिहार में बीजेपी अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए अभी से मोहरे सैट कर रही ही।

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