IT कंपनियों द्वारा छटनी की खबर पर बीजेपी सांसद ने अपनी ही सरकार पर उठाये सवाल
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार भले ही दावे कर रही हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
बैंक ऑफ अमेरिका की एक रिपोर्ट में 2022 तक देश की बड़ी आईटी कंपनियां करीब 30 लाख लोगों को नौकरी से निकाले जाने की संभावना वाली खबर पर बीजेपी सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने मोदी सरकार पर सवाल उठाये हैं। भाजपा सांसद ने कहा है कि ‘क्या यही केंद्र सरकार का अर्थव्यवस्था को सुधारने की दावा है?’
गौरतलब है कि बैंक ऑफ़ अमेरिका की रिपोर्ट में भारतीय आईटी कंपनियोंटीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल, टेक महिंद्रा और कॉग्निजेंट जैसी कंपनियां का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि ये कंपनियां अपने यहां छटनी करके करीब 30 लाख कर्मचारियों को बाहर कर सकती हैं। इन कंपनियों में अभी करीब 1.6 करोड़ लोग काम करते हैं।
बीजेपी सांसद ने इस पर मोदी सरकार के दावों पर सवाल उठाये हैं। इतना ही नहीं, ट्विटर पर एक यूजर्स, के सवाल उठाने पर स्वामी ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, “क्या यही वी शेप्ड ग्रीन शूट्स रिकवरी है या फिर हर बार की तरह का जुमला था।”
हलांकि यह पहला अवसर नहीं है। सुब्रमणियम स्वामी पहले भी कई मुद्दों पर अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल दागते रहे हैं। खासकर अर्थव्यवस्था और वित्त मंत्रालय के कामकाज को लेकर बीजेपी सांसद सुब्रमणियम स्वामी पहले भी सरकार को घेर चुके हैं।
अभी हाल ही में स्वामी ने कहा था कि अब अधिकांश भारतीय मेरी इस बात से सहमत हैं कि केंद्र सरकार ने यूपीए सरकार द्वारा बनाई गई अर्थव्यवस्था की गड़बड़ियों को आगे बढ़ा दिया है। अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सकता है लेकिन सरकार को इसे सुधारने की जानकारी ही नहीं है।