ममता बनर्जी के “खेला होबे” से डरी बीजेपी पहुंची चुनाव आयोग

ममता बनर्जी के “खेला होबे” से डरी बीजेपी पहुंची चुनाव आयोग

कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के जय श्रीराम के जबाव में तृणमूल कांग्रेस द्वारा शुरू किये गए “खेला होबे” और “जय बांग्ला” से डरी भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग की शरण ली है।

बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल आज चुनाव आयोग पहुंचा और चुनाव आयोग से इस मामले को लेकर शिकायत की है। बीजेपी का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के “खेला होबे” का मतलब बूथ पर कब्ज़ा करना और मतदाताओं को डराना है।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हुबली में ममता बनर्जी ने कहा कि हम तो खेला करेंगे, खेला क्या होता है मतलब पोलिंग बूथ पर कब्जा, मतदाताओं को डराना, निष्पक्ष चुनाव न होना। ये सब खेला करने की कोशिश तृणमूल कांग्रेस करना चाहती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमने सारी जानकारियों से चुनाव आयोग को अवगत कराया।

उन्होंने आरोप लगाया कि एक षड्यंत्र करते हुए 128 नगर पालिका और नगर निगम में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को प्रशासक नियुक्त कर दिया, संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने राजनीतिक कार्यकर्ताओं को प्रशासक बनाकर सारी नगरपालिकाओं को अपने अंडर ले रखा है। इससे लगभग 2 करोड़ लोग प्रभावित होंगे।

लेफ्ट कांग्रेस गठबंधन को वोट न देने की अपील:

वहीँ दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के विधायक ने मतदाताओं से अपील की है कि वे कांग्रेस और वामपंथी दलों के गठबंधन को वोट न दें। एक चुनावी सभा में TMC विधायक हमीदुल रहमान ने कहा कि इस महागठबंधन (कांग्रेस, लेफ्ट) को वोट देना, भाजपा को रास्ता देने के समान है। अपना वोट खराब मत करना। हर घर ने दीदी (ममता बनर्जी) के विकास के विज़न को महसूस किया है। जिसका नमक खाते हैं उसके साथ नमक हरामी नहीं करते।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव का पहला चरण- 27 मार्च को होगा, दूसरा- 1 अप्रैल, तीसरा- 6 अप्रैल, चौथा- 10 अप्रैल, पांचवां चरण- 17 अप्रैल, छठा चरण- 22 अप्रैल, सातवां चरण- 26 अप्रैल, आठवें चरण का मतदान- 29 अप्रैल को होगा।

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