फोन मामले में बीजेपी विधायक ने लालू के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
पटना ब्यूरो। रांची से बीजेपी विधायक ललन पासवान को फोन करना राजद सुप्रीमो को महंगा पड़ता दिख रहा है। जेल से फोन किये जाने को लेकर मचे बवाल के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रिम्स निदेशक के बंगले से रिम्स में वापस शिफ्ट कर दिया गया है। गौरतलब है कि रिम्स में कोरोना संक्रमित मामलो के बाद लालू यादव को रिम्स से रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया था।
वहीँ दूसरी तरफ जेल से फोन किये जाने के मामले में बीजेपी विधायक ललन पासवान ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
एफआईआर दर्ज कराने के बाद विधायक ललन पासवान ने कहा कि “लालू जी से बातचीत का ओडियो हुबहू सबके सामने है। राजद का षड्यंत्र फेल हुआ है। एक पब्लिक सर्वेंट को प्रलोभन देना और सदन में अनुपस्थित होने के लिए प्रेरित करना गलत है। हमने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज़ करवाई है। कानून पर भरोसा है न्याय मिलेगा।”
पासवान ने कहा था, ‘चुनाव जीतने के बाद लगातार बधाई देने के लिए कॉल आ रहे थे। ऐसे में मुझे लगा कि किसी का ऐसा ही कॉल आया है, इसलिए मेरे पीए ने कॉल उठाया। पीए ने कहा कि लालू जी बात करना चाहते हैं, फिर मैंने सोचा कौन लालू प्रसाद जी? उधर से बताया गया रांची से। तब मैंने उनको प्रणाम किया। फिर लालू जी ने बातचीत में कहा कि स्पीकर को गिराना है तत्काल गिराना है। ऐसा करने पार तुमको मंत्री बनाया जाएगा। हमने ऐसा करने से मना कर दिया।’
वहीँ जेल से फोन करने के मामले को लेकर जेल के नियमो का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ रांची में एक जनहित याचिका की गई है। यह याचिका भाजपा नेता अनुरंजन अशोक द्वारा दायर की गई है।