महाराष्ट्र: राज्यपाल से मिले बीजेपी नेता, अनिल देशमुख मामले में दखल देने की मांग
मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के मामले में आज भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया।
इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने राज्यपाल से राज्य में शासन और कोरोना से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से रिपोर्ट मांगने का अनुरोध किया। हमने उनसे भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जिस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं, चाहे पैसे की उगाही की घटना हो या ट्रांसफर का रैकेट हो, ये सारी घटनाएं दुखदायी हैं। इतनी सारी घटनाएं होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने उस पर एक बयान भी नहीं दिया।
फडणवीस ने कहा कि इस महावसूली सरकार में कांग्रेस का क्या अस्तित्व है ये हमें समझ नहीं आता। लेकिन ये ध्यान में आता है कि शायद ये जो हफ्ता वसूली हो रही है इसमें उनका भी हिस्सा होगा इसलिए वो मौन हैं। आप मुझे बताएं कि क्या आपकी जितनी सत्ता में हिस्सेदारी उतनी हफ्ते में हिस्सेदारी है।
मीडिया से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस सरकार का कोरोना की ओर ध्यान ही नहीं है, जिस प्रकार से कोरोना के मामले महाराष्ट्र में बढ़ रहे हैं ये देश का एपिक सेंटर बना है। महाराष्ट्र में ही कोरोना इतना क्यों बढ़ रहा है? सरकार ने इस पर क्या उपाय किया है?
एनसीपी ने किया पलटवार:
वहीँ बीजेपी नेताओं के राज्यपाल से मिलने पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र जी रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट लेकर केंद्र के गृह सचिव से मिले। रिपोर्ट जो कह रही है उस तरह के तबादले नहीं हुए हैं। रिपोर्ट में किसी भी प्रकार का तथ्य नहीं। निश्चित रूप से वो रिपोर्ट को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम कर रहे हैं।