भाजपा ने डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई

भाजपा ने डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई

पांदुरना (गुड़डू कावले)। मंगलवार की दोपहर शहर के पंचशील चौक स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा नगर मंडल के तत्वाधान में भाजपा प्रेरणास्त्रोत श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने श्यामाप्रसाद मुखर्जी के फोटो पर पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष राजू भाऊ रेवतकर तथा नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष अरुण भोसले ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राजनैतिक जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्व डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया।

उन्होंने कहा कि डॉ॰ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वे सावरकर के राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिंदू महासभा में सम्मिलित हुए। वर्ष 1942 में ब्रिटिश सरकार ने विभिन्न राजनैतिक दलों के छोटे-बड़े सभी नेताओं को जेलों में डाल दिया।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि डॉ॰ मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। वे मानते थे कि विभाजन सम्बन्धी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी। वे मानते थे कि आधारभूत सत्य यह है कि हम सब एक हैं। हममें कोई अन्तर नहीं है। हम सब एक ही रक्त के हैं। एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। परन्तु उनके इन विचारों को अन्य राजनैतिक दल के तत्कालीन नेताओं ने अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया। बावजूद इसके लोगों के दिलों में उनके प्रति अथाह प्यार और समर्थन बढ़ता गया।

इस अवसर पर नगर मंडल उपाध्यक्ष श्री महेंद्र पोपली, वरिष्ठ कार्यकर्ता नाना भाऊ तिवस्कर, श्री रामेश्वर खोड़े, रविन्द्र बावनकर, श्री सतीश बॉम्बल, महेंद्र घोड़े,उमेश उरकडे, पंकज नाईक, राम बालपांडे, माधव पाटील तथा अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital