किरकिरी होने के बाद बीजेपी ने अरविंद सेंगर की पत्नी की उम्मीदवारी रद्द की

किरकिरी होने के बाद बीजेपी ने अरविंद सेंगर की पत्नी की उम्मीदवारी रद्द की

लखनऊ। पंचायत चुनाव में रेप और हत्या के आरोपी बीजेपी के पूर्व विधायक अरविंद सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर की पत्नी को टिकिट दिए जाने के मामले में किरकिरी होने के बाद बीजेपी ने अपने फैसले से यूटर्न लिया है। पार्टी ने संगीता सेंगर की उम्मीदवारी रद्द कर दी है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी के इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (जो 2018 उन्नाव रेप मामले में दोषी हैं) की पत्नी संगीता सेंगर की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया गया है।

सूत्रों की माने तो पंचायत चुनाव में अरविंद सेंगर की पत्नी को टिकिट दिए जाने के लिए उन्नाव से बीजेपी संसद साक्षी महाराज ने प्रदेश अध्यक्ष पर दबाव बनाया था और साक्षी महाराज के कहने पर ही अरविंद सेंगर की पत्नी को उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन यह मामला मीडिया में आने के बाद पार्टी की किरकिरी होते देख प्रदेश अध्यक्ष ने अपना फैसला बदला है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में हो रहे पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्नाव रेप और हत्या के आरोपी सजा याफ्ता बीजेपी के पूर्व विधायक अरविंद सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को उन्नाव जिले के फ़तेहपुर चौरासी तृतीय से उम्मीदवार बनाया था।

उत्तर प्रदेश के बांगरमऊ से चार बार बीजेपी के टिकट पर विधायक रहे कुलदीप सिंह सेंगर को साल 2017 में उन्नाव रेप केस में गिरफ्तार किया गया था। सेंगर को बलात्कार और अपहरण के मामले में भी दोषी करार दिए जाने के बाद भाजपा ने कुलदीप सिंह सेंगर को अगस्त 2019 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

गौरतलब है कि पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को एक युवती से रेप और हत्या के मामले के अलावा रेप सर्वाइवर के पिता की पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में ताउम्र कैद की सज़ा सुनाई गई है। कुलदीप सिंह सेंगर को अपने जीवन की अंतिम सांस तक जेल में ही रहना होगा।

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