बसपा के लिए मुश्किल बन सकती है भीम आर्मी की नई पार्टी, 15 मार्च को होगा एलान

बसपा के लिए मुश्किल बन सकती है भीम आर्मी की नई पार्टी, 15 मार्च को होगा एलान

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के लिए नई मुश्किलें पैदा कर सकती है भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद की नई पॉलिटिकल पार्टी। सूत्रों की माने तो आगामी 15 मार्च को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद अपनी नई पार्टी के नाम का एलान करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक भीम आर्मी चीफ की नई पार्टी में कई बड़े नाम शामिल होंगे और आधिकारिक तौर पर नई पार्टी के नाम के एलान के साथ ही भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद प्रदेशभर के दौरे का एलान भी करेंगे।

इस बीच सोमवार को चंद्रशेखर और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बीच एक अहम मुलाकात हुई है, जिसे लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।

इतना ही नहीं चंद्रशेखर आज़ाद ने लखनऊ में बसपा तथा अन्य दलों के कई नेताओं से भी मुलाकात की है। सूत्रों की माने तो लखनऊ में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की मौजूदगी में बीएसपी के पूर्व जोनल कोआर्डिनेटर रामलखन चौरसिया, बहुजन वालंटियर फोर्स के पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी अशोक कुमार चौधरी, लखनऊ महानगर कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष इजहारुल हक और बीएसपी के पूर्व एमएलसी सुनील चित्तौड़ के बीच मुलाकात हुई।

वहीँ जानकारों की माने तो भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद की नई राजनैतिक पार्टी बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी कर सकती है। जानकारों ने कहा कि चंद्रशेखर की नज़र बसपा से जुड़े अनुसूचित जाति- जनजाति के युवा कार्यकर्ताओं पर है।

फ़िलहाल यह माना जा रहा है कि चंद्रशेखर की नई पॉलिटिकल पार्टी के मैदान में आने के बाद उत्तर प्रदेश के राजनैतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव आएगा। आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के विपक्षी दलों के पास गठबंधन के लिए बसपा का एक विकल्प मौजूद रहेगा।

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था लेकिन चुनाव होने के बाद ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस गठबंधन के अंत का एलान कर दिया था।

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TeamDigital