किसान आंदोलन को ख़राब करने की कोशिश, किसानो ने एक व्यक्ति को पकड़ा

नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले 57 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन में आज एक नया मोड़ उस समय आ आ गया, जब किसानो ने एक व्यक्ति को मीडिया के समक्ष पेश किया। इस व्यक्ति ने दावा किया कि उसे चार किसान नेताओं की हत्या करने और किसान आंदोलन में हिंसा फैलाकर आंदोलन खराब करने के लिए ज़िम्मेदारी दी गई थी।
किसानो ने इस व्यक्ति को पकड़ कर मीडिया के समक्ष पेश किया। इस व्यक्ति ने मीडिया के समक्ष स्वीकार किया कि उसे और कुछ लोगों को 26 जनवरी को किसानो द्वारा आयोजित की जाने वाली किसान ट्रेक्टर परेड में व्यवधान पैदा करने की ज़िम्मेदारी दी गई थी।
किसानो द्वारा पकडे गए व्यक्ति ने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी इस तरह के काम करता रहा है। उसने स्वीकार किया कि इस काम के लिए उसका कुछ अन्य लोगों से भी संपर्क कराया गया था।
उक्त व्यक्ति ने किसान आंदोलन को ख़राब करने के लिए हथियार आने की बात भी स्वीकार की है। इतना ही नहीं उसने यह भी स्वीकार किया कि इस काम में कुछ अन्य लोग भी उसके संपर्क में हैं।
उक्त युवक ने बताया कि उसे चार किसान नेताओं को स्टेज पर शूट करने का टारगेट दिया गया है। इसके अलावा युबक ने बताया कि 26 जनवरी को दस लोगों की टीम को किसान परेड रुकवाने का टारगेट दिया गया है।
युवक ने मीडिया को बताया कि 26 जनवरी को दस लोगों में से पांच लोग पुलिस की वर्दी में किसान परेड में शामिल होने वाले थे, बाकी लोग किसानो के भेष में राष्ट्रीय ध्वज लेकर शामिल होने थे। इस दौरान किसानो के साथ शामिल हुए पांच लोगों को पुलिस पर गोली चलानी थी। जिससे किसानो को लगे कि पुलिस के ऊपर किसान फायरिंग कर रहे हैं।
युवक ने बताया कि उसके इस काम में राई (हरियाणा) के एक थाने का एसएचओ भी शामिल हैं। युवक ने बताया कि उसने जाट आंदोलन में भी पुलिस की वर्दी पहनकर लाठी चार्ज किया था।