टीआरपी स्कैम: अर्नब ने बार्क के पूर्व चेयरमैन को दिए थे 12हज़ार डॉलर और 40 लाख रुपये

मुंबई ब्यूरो। टीआरपी घोटाले में खुलासा हुआ है कि बार्क के पूर्व चेयरमैन पार्थो दासगुप्ता को रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी ने घूस के तौर पर 12 हज़ार अमेरिकी डॉलर और 40 लाख रुपये दिए थे।
अर्नब गोस्वामी द्वारा बार्क के पूर्व चेयरमैन पार्थो दासगुप्ता को यह पैसा टीआरपी से छेड़छाड़ और रेटिंग फिक्स करने की एवज में दिया गया था। यह सनसनीखेज खुलासा बार्क के पूर्व चेयरमैं पार्थो दासगुप्ता ने मुंबई पुलिस को दिए अपने लिखित बयान में किया है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक 11 जनवरी को मुंबई पुलिस द्वारा कोर्ट में दायर की गई चार्जशीट में बार्क का फॉरेंसिक रिपोर्ट को भी पेश किया गया है।
1100 से अधिक पेज वाली इस चार्जशीट में मुंबई पुलिस ने बार्क के पूर्व चेयरमैन पार्थो दासगुप्ता और रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी के बीच हुई लंबी बातचीत का व्हाट्सएप चैट, और 59 लोगों का बयान भी फाइल किया गया है जिसमें केबल ऑपरेटर्स और बार्क काउंसिल के पूर्व कर्मचारी शामिल हैं।
कानून के जानकारों की माने तो व्हाट्सएप चैट में अर्नब गोस्वामी ने जो खुलासे किये हैं उसके मुताबिक अर्नब का जेल जाना तय है। जानकारों के मुताबिक चैट में जिन मुद्दों पर खुलासे किये गए हैं, उनमे कई मामले राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हैं। ऐसे में अर्नब गोस्वामी पर सीधा सीधा ब्रीच ऑफ ऑफिशियल सीक्रेट का मामला बनता है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया था कि टीआरपी घोटाले की जांच के दौरान सामने आयी व्हाट्सएप चैट को लेकर कानूनी सलाह ली जा रही है कि क्या यह मामला ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट 1923 के तहत आता है अथवा नहीं।
उन्होंने कहा कि यदि यह ऑफिशियल सीक्रेट को ब्रीच करने का का मामला है तो क्या राज्य का गृह विभाग ऑफिसयल सीक्रेट एक्ट, 1923 के तहत इस मामले में कार्रवाई कर सकता है।’देशमुख ने कहा कि कानूनी सलाह के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाही की जायेगी।