लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अजय मिश्रा टैनी और केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ FIR की मांग
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टैनी और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की मांग को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीमकोर्ट में याचिका दायर की गई है।
याचिका में कहा कि अजय मिश्र टेनी ने लखीमपुर खीरी घटना के 4 दिन पहले ही किसानों को घमकी दी थी। याचिका में ये भी कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना को एक सोची समझी साज़िश के तहत अंजाम दिया गया।
याचिका में गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी और डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या के खिलाफ IPC की धारा 302, 34, 149 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है।
कहा गया है कि जिन किसानो को एसयूवी से कुचल कर मार दिया गया, वे किसान कृषि कानूनों के खिलाफ जिस कार्यक्रम में विरोध प्रदर्शन के लिए गए थे, उस कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टैनी और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मौजूद थे।
वहीँ दूसरी तरफ गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टैनी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए मंगलवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पीएम ने किसानों से माफी मांग ली है, लेकिन अपने मंत्री को नहीं हटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे, आज नहीं तो कल उन्हें जेल भेजा ही जाएगा।
शिवसेना के संजय राउत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘संसद का यह सत्र भले ही खत्म हो जाए, लेकिन लखीमपुर खीरी की लड़ाई चलती रहेगी। पूरे विश्व ने देखा कि मंत्री के पुत्र ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया, लेकिन प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने नहीं देखा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए।’’