किसान आंदोलन को बताया था खालिस्तानी, कंगना के खिलाफ मुंबई में FIR दर्ज
मुंबई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को किसान आंदोलन के खिलाफ की गई अपनी टिप्पणी भारी पड़ती दिखाई दे रही है। इस मामले में कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई में एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह एफआईआर आईपीसी की धारा 295A के तहत दर्ज की गई है।
कंगना रनौत के खिलाफ यह एफआईए किसानों के विरोध को कथित तौर पर खालिस्तानी आंदोलन के रूप में चित्रित करने और सोशल मीडिया पर उन्हें ‘खालिस्तानी’ कहने के लिए की गई है।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल के आदेश के बाद खार पुलिस स्टेशन में कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। इसके साथ ही मुंबई के एक वकील ने भी कंगना के बयानों का विरोध करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
दरअसल, कंगना रनौत ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर लिखा था। इसमें कहा गया था “खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रहे हों… लेकिन उस महिला को मत भूलना… एकमात्र महिला प्रधानमंत्री ने इनको अपनी जूती के नीच क्रश किया था… उसने इस देश को कितनी भी तकलीफ दी हो… उसने अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया… लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए… उनकी मृत्यु के दशक के बाद भी… आज भी उसके नाम से कांपते हैं ये… इनको वैसा ही गुरु चाहिए।”
सिखों को लेकर दिए बयान के खिलाफ एक दिन पहले ही दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) ने कंगना रनौत के खिलाफ देशद्रोह और अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
दिल्ली सिख संस्था ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एक्ट्रेस ने जानबूझकर अपनी पोस्ट से किसानों के विरोध को खालिस्तानी आंदोलनों के रूप में बताया है। इसके साथ ही सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी करार दिया गया है।
हालांकि यह पहला अवसर नहीं है, कंगना के खिलाफ पहले भी कई मामले लंबित चल रहे हैं। अपनी ज़ुबान से आग उगलने वाली कंगना रनौत ने किसान आंदोलन में शामिल हुई सबसे वृद्ध महिला को भी नहीं बक्शा था और अमानवीय टिप्पणी की थी।