आज़ादी को लेकर दिए बयान पर कंगना के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज
मुंबई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पिछले दिनों आज़ादी को लेकर कंगना द्वारा दिए गए बयान को लेकर उनके खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कराई गई है।
दरअसल एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में एक टीवी चैनल से बातचीत में आज़ादी को लेकर विवादित बयान दिया था। कंगना ने 1947 में देश को मिली आज़ादी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह सिर्फ भीख थी, हमें आज़ादी 1947 में नहीं बल्कि 2014 में मिली है।
कंगना के इस बयान के खिलाफ देश के कई शहरो में एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। अब इस मामले को लेकर मुंबई कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी भरत सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई है। यह एफआईआर 28 दिसंबर को दर्ज कराई गई है।
अपने विवादित बयानों के चलते कंगना के खिलाफ कई मुकदमे विचाराधीन हैं। कंगना ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर भी अपमानजनक टिप्पणी की थी।
कंगना ने अपने पोस्ट में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को न सिर्फ सत्ता का भूखा और चालाक बताया तो यह भी दावा किया कि महात्मा गांधी चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो।
कंगना के विवादित बयानों की श्रंखला यहीं समाप्त नहीं होती। कंगना ने किसान आंदोलन में शामिल किसानो को खालिस्तानी बताया था। इसे लेकर भी कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं। इतना ही नहीं कंगना ने सिख समुदाय को लेकर भी अमर्यादित टिप्पणी की थी।
कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सिख समुदाय को ‘खालिस्तानी आतंकवादी’ करार दिया। इस मामले में कंगना के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में भी एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
वहीँ प्रख्यात गीतकार जावेद अख्तर को लेकर दिए गए बयान में भी कंगना रनौत कानूनी प्रक्रिया में उलझी है। जावेद अख्तर ने कंगना रनौत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर रखा है।