अन्ना हज़ारे ने किसानो से मूंह मोड़ा, किसानो की मांगो के समर्थन में नहीं करेंगे कोई आंदोलन
मुंबई ब्यूरो। प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हज़ारे ने एक बार फिर अपने कहे से यूटर्न लेते हुए अब किसानो की मांगो से अपना पल्ला झाड़ लिया है। अब अन्ना हज़ारे किसानो की मांगो के समर्थन में किसी तरह का कोई आंदोलन, धरना या अनशन नहीं करेंगे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक अन्ना हजारे के कार्यालय ने कहा कि अन्ना हजारे ने कल से किसानों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध नहीं करने का फैसला किया है। अन्ना हज़ारे का यह फैसला आज महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी से मुलाकात के बाद आया है।
गौरतलब है कि किसानो की मांगो केसमर्थन में पहले अन्ना हज़ारे ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में आमरण अनशन की चेतावनी दी थी। अन्ना हज़ारे ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर को पत्र लिख कर कहा था कि कृषि कानून रद्द किये जाये और किसानो की मांगे मानी जाये नहीं तो वे जनवरी के अंतिम सप्ताह में दिल्ली के राम लीला मैदान में अपना अनिश्चितकालीन उपवास शुरू करेंगे।
कृषि मंत्री की तरफ से अन्ना के पत्रों का कोई जबाव न मिलने के बाद अन्ना हज़ारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर किसानो की मांगे माने जाने की अपील की थी।
अन्ना हज़ारे ने अभी हाल ही में एलान किया था कि वे अब जनवरी के अंतिम सप्ताह की जगह 30 मार्च से किसानो की मांगो के समर्थन में अपना आंदोलन शुरू करेंगे।
इससे पहले आज महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने अन्ना हज़ारे से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के बाद अन्ना हज़ारे के कार्यालय ने साफ़ तौर पर कहा है कि अन्ना हज़ारे ने किसानो की मांगो के समर्थन में आंदोलन नहीं करने का फैसला लिया है।