परमबीर सिंह की चिट्ठी से उतरने लगीं परतें, दिल्ली में हुई थीं मुलाकातें, जांच होगी
मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखी गई चिट्ठी में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों को लेकर अब खुद परमबीर सिंह पर जांच की तलवार लटक चुकी है।
सरकार के एक्टिव होने के बाद अब परमबीर सिंह के पत्र की परतें उतरने लगी हैं। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मालिक ने कहा कि हमें लगता है कि परमबीर सिंह की चिट्ठी एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है। परमबीर सिंह की दिल्ली में किस-किस से मुलाकात हुई थी उसकी हमें जानकारी है। जांच के माध्यम से सच्चाई सामने आएगी।
उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के माध्यम से चिट्ठी की जांच होगी। एक चिट्ठी के आधार पर गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग हो रही है। इस्तीफा देने का सवाल नहीं होता है। पार्टी ने निर्णय लिया है कि जांच होने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
वहीँ इससे पहले आज पूरे प्रकरण पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पूर्व कमिश्नर के पत्र में उन्होंने जिक्र किया है कि फरवरी महीने में उन्हें कुछ अधिकारियों से गृह मंत्री के फलां निर्देशों की जानकारी मिली थी, 6 से 16 फरवरी तक देशमुख कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे।
उन्होंने कहा कि जिस मंत्री के बारे में आरोप था, उनकी उस समय की स्थिति साफ हो गई है और ऐसी परिस्थिति में उनके इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। एंटीलिया और हिरेन मनसुख मामले की जांच को लेकर शरद पवार ने कहा कि एटीएस मेन केस में सही दिशा में जा रही है, जांच की दिशा भटकाने की कोशिश की जा रही है और अब सच सामने आ रहा है।
पूर्व पुलिस कमिश्नर के पत्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख(शरद पवार) ने तय किया है कि अनिल देशमुख के ऊपर जो आरोप लगे हैं, उनमें तथ्य नहीं है और उनकी जांच होनी चाहिए तो इसमें गलत क्या है? आरोप सभी नेताओं के ऊपर लगते रहे हैं। सबका इस्तीफा लेकर बैठे तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
गौरतलब है कि उधोगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक गाडी में मिले विस्फोटक मामले में गिरफ्तार किये गए सब इंस्पेक्टर सचिन वाजे को लेकर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर गृहमंत्री अनिल देशमुख पर सौ करोड़ की बसूली कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।