कचरा डंपिंग स्थल से कचरे के परिवहन में भ्रष्टाचार के आरोप, जांच में जुटे नपा के उपयंत्री
पांढुर्ना(गुडडू कावले)। विगत दिनों नगर पालिका परिषद की बैठक में वर्षो पुराने कचरे के ढेरी को कलम गांव नवनिर्मित टीचिंग ग्राउंड कचरा परिवहन करने में नगर पालिका परिषद के पार्षदों ने भ्रष्टाचार के आरोप जड़े थे।
इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण पालीवाल की अध्यक्षता में परिषद के 6 पार्षदों में भाजपा के तीन पार्षद (सतीश बाबल, नरेंद्र ठाकुर और बंटी आसतकर) और कांग्रेस के तीन पार्षदों (किशोर धोटे, मदन भांगे, पिंटू कोल्हे) की मौजूदगी में नपा उपयंत्री तेज प्रताप सिंह गौतम को जांच टीम का हिसा बनाया गया है।
इस मामले में पार्षदों द्वारा ठेकेदार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप के प्रमुख बिंदुओं के तहत कार्यवाही की मांग की गई थी। इसकी जांच पड़ताल में सोमवार की दोपहर जांच टीम खारी वार्ड स्थित कचरा डंपिंग स्थल पहुंचे। जहाँ मौके पर पंचनामा कार्रवाई कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया गया।
आरोप के प्रमुख बिंदुओं के मुताबिक कचरा डंपिंग स्थल पर खड़े कचरा परिवहन करने वाले डंपर की गणना सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से मिलाने की बात कही गई है। उपयंत्री मौका स्थल का मुआयना कर 1 दिन का समय के बाद जांच को आगे बढ़ाने की बात कहीं।
पार्षदों ने अपने अपने आरोप में कचरे का कम समय मे लगभग 1एक हजार से अधिक टिप लगना और ठेकेदार का त्वरित भुगतान करने की बात पर संदेह जताया। पार्षदों का आरोप है कि कचरा परिवहन में निर्धारित मापदंड के मुताबिक कार्य नहीं किया गया और गाड़ियों में 600 फीट कचरा परिवहन नहीं किया गया।
पार्षदों ने कहा कि उनके पास पुख्ता प्रमाण है। जो जांच अधिकारी उपयंत्री के समक्ष प्रस्तुत किये जाएंगे। बताया जाता है कि कचरा परिवहन के मामले में ठेकेदार ने टेंडर की शर्तों के मुताबिक 600 फीट के डंपर में कम कचरा परिवहन किया और परिवहन की लगी ट्रिप कचरा डंपिंग ग्राउंड पर लगे सीसीटीवी कैमरे से मिलान करने की बात रखी है।
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इस पूरे मामले में खास बात ह है कि भ्रष्टाचार नगर पालिका परिषद के नाक के नीचे होने का आरोप है और जांच नगर नगर पालिका परिषद के उपयंत्री की उपस्थिति में परिषद के पार्षद जनप्रतिनिधि की टीम का गठन कर किया गया है।
पार्षदों का कहना है हम लोग जनता की गाढ़ी कमाई आसानी से लूटने नहीं देंगे जो भी जांच है निष्पक्ष होंगी इसी प्रकार शहर के कुछ बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि यह पूरा मामला नगर पालिका से संबंधित होने की स्थिति में निष्पक्ष जांच एजेंसी के माध्यम से होनी चाहिए थी। इस पूरे मामले में निविदा की शर्तों के अलावा कचरा परिवहन करने से लेकर राशि का भुगतान करने का सब गोलमाल बताया जा रहा है।
इनका कहना है:
जब इस मामले में नगर पालिका परिषद की बैठक में आरोप लगाए गए वैसे ही हमने तत्काल परिषद के पार्षदों एवं उपयंत्री के दल का गठन कर निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।
-प्रवीण पालीवाल नपा अध्यक्ष पांढुर्ना