हाथरस केस में हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान, आलाधिकारी तलब

लखनऊ। हाथरस की घटना को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी, डीजीपी, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) और हाथरस के डीएम, एसपी को तलब किया है और पूरे मामले में 12 अक्तूबर तक जवाब मांगा है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस राजन राय और जस्टिस जसप्रीत सिंह के पीठ ने हाथरस की घटना पर पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर नाराज़गी जताते हुए घटना का पूरा व्यौरा तलब किया है। साथ ही इस घटना से जुड़े सभी तथ्य और प्रशासनिक कार्रवाही की जानकारी मांगी है।
इससे पहले हाथरस की घटना को लेकर सुप्रीमकोर्ट की 47 वरिष्ठ महिला अधिवक्ताओं ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे और कोलेजियम के सदस्य जजों को चिट्ठी लिखकर इस केस की जल्द सुनवाई करने और आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है।
महिला वकीलों ने अपने पत्र में हाथरस की घटना का उल्लेख करते हुए इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाही की मांग की है।
पत्र में अपील की गई है कि हाथरस की घटना को लेकर सुप्रीमकोर्ट हस्तक्षेप करे और इस मामले जल्द सुनवाई शुरू की जाए। इतना ही नहीं पत्र में पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाये गए हैं।
वहीँ हाथरस की घटना को लेकर आज दिल्ली से नॉएडा तक पूरे दिन माहौल गर्म रहा। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोकने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्क्त करनी पड़ी और दोनों नेताओं को हिरासत में लेना पड़ा। इस दौरान धक्का मुक्की में राहुल गांधी ज़मींन पर गिर गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हुजूम को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां भी चलानी पड़ीं।
इस दौरान कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर भी है। वहीँ राहुल गांधी और प्रियका को हिरासत में लिए जाने की खबर के बाद देश में कई शहरो में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किये।