ओवैसी का Z सिक्योरिटी लेने से इंकार, कहा ‘हमलावरों पर लगे UAPA”
नई दिल्ली। आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की है कि शुक्रवार को उनकी गाडी पर हुए हमले में गिरफ्तार आरोपियों पर यूएपीए के तहत कार्रवाही की जाए।
ओवैसी ने कहा, “मुझे Z कैटेगरी सिक्योरिटी नहीं चाहिए। मुझे A कैटेगरी का शहरी बनाइए ताकि हमारी आपकी ज़िंदगी बराबर हो। मैं 1994 से राजनीति कर रहा हूँ मैं घुटन की ज़िंदगी नहीं जी सकता। मैं सिक्योरिटी हरगिज़ नहीं लूंगा। आप इंसाफ़ कीजिए। गोली चलाने वालों पर UAPA लगाइए।”
गृह मंत्रालय की ओर से दी जा रही Z सिक्योरिटी लेने से इनकार करने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह केंद्र सरकार से दिल्ली में अपने खर्च पर बुलेट प्रूफ गाड़ी रखने की इजाजत मांगेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने साथ अब खास किस्म का ग्लॉक हथियार भी रखना चाहते हैं। इसके लिए वे गृह मंत्रालय को पत्र लिखेंगे।
ओवैसी ने कहा कि मैं कोई सियासी बयानबाजी नहीं करूंगा। मैं दो बार का विधायक हूं और चार बार का सांसद हूं। उन्होंने कहा कि ये लोग नफरत से भर चुके हैं। ऐसे में भारत में राइट विंग कम्युनलिज्म और टेररिज्म बढ़ेगा, जो गलती एनडीए-1 ने की थी वो गलती आप भी करने जा रहे हैं। इससे आपको और आपकी सरकार को ही नुकसान होगा। जिन लोगों ने ये नफरत फैलाने का काम किया है, उन पर यूएपीए क्यों नहीं लगाया जाता? अगर कोई फेसबुक पर कुछ लिख देता है तो उस पर यूएपीए लगाया जाता है।
उन्होंने कहा कि भारत की असली दौलत मोहब्बत है। एक भारत नफरत का भारत है और दूसरा मोहब्बत का… अगर आप मोहब्बत के भारत की बात करेंगे तो मुझे चुप कराने के लिए आपको गोली चलाने की जरूरत नहीं है। उन्हें जवाब चाहिए कि लोगों को इतना रैडिकलाइज्ड कैसे कर दिया गया है।
धर्म संसद में लोगों ने कही थी मुझे मारने की बात:
वहीँ इससे पहले मीडिया से बात करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के प्रयागरज में हाल में हुई धर्म संसद का मामला उठाते हुए कहा कि प्रयागराज में हाल ही में एक तथाकथित ‘धर्म संसद’ आयोजित की गई, जहां लोगों ने खड़े होकर मुझे मारने की बात कही। सरकार इन तत्वों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
गौरतलब है कि शुक्रवार को मेरठ के पास एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोलियां चलाए जाने की घटना हुई थी। उस वक्त ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद गुरुवार शाम को दिल्ली लौट रहे थे।