किसानो और सरकार के बीच बातचीत जारी, सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी लौटाया पद्म भूषण

किसानो और सरकार के बीच बातचीत जारी, सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी लौटाया पद्म भूषण

नई दिल्ली। दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत जारी है। बैठक में 30 से ज्यादा किसान संगठनों के नेता शामिल हैं। सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद हैं।

इस बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बाद अब शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कृषि कानूनों के विरोध में पद्म भूषण लौटाने की घोषणा की है।

कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को अब कई अन्य राज्यों का समर्थन मिल रहा है। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस ने एक प्रस्ताव पास किया है।

किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि कृ​षि कानूनों में संशोधन से बात बनने वाली नहीं है, कृषि कानून रद्द करने के अलावा कोई और चारा नहीं है।

जयपुर में सीपीआई कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार को ये काले कानून वापिस लेने पड़ेंगे। अगर आज की वार्ता सफल नहीं होती है तो ये आंदोलन और तेज़ होगा।

किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के संयुक्त सचिव सुखविंदर सिंह ने कहा कि पूरे देश के 507 संगठन हैं, मोदी जी सबको क्यों नहीं बुलाते? केंद्र सरकार पूरे देश के संगठनों को बांट रही है उनमें फूट डालने की कोशिश कर रही है। ये लड़ाई पूरे देश के किसानों की है। हम बैठक में नहीं जाएंगे।

वहीँ किसानो का आंदोलन आज 8वे दिन भी जारी है। सिंधु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर किसानो की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। दिल्ली से उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर भी किसानो का जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।

फ़िलहाल सभी की नज़रें किसानो और सरकार के बीच हो रही बातचीत पर लगी हैं। देखना है कि आज की बैठक के बाद क्या नतीजा सामने आता है और बैठक के बाद किसानो का रुख क्या रहता है।

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TeamDigital