डॉक्टर की हिस्ट्री में आये पिता-पुत्र के बाद अब सास- बहू निकले कोरोना पॉजिटिव
पांढुर्ना(गुड़डू कावले): शहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के कोरोना प्रोटोलाक के तहत स्वाव सेंपल जांच के लिये जाने के बाद डॉक्टर द्वारा लापरवाही पूर्वक शहरवासियो का अपने निजी अस्पताल में मरीजो का निरंतर इलाज किया जाता रहा जिसका खामियाजा शहर के सुभाष वार्ड गायत्री कॉलोनी निवासी पिता-पुत्र कोरोना संक्रमित होने से भुगतना पड़ रहा है।
इतना ही नही, अब डॉक्टर के संपर्क में आये पिता-पुत्र के बाद सोमवार को सास-बहु के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। परन्तु खास बात यह है कि परिवार के अन्य पूरे लोग निगेटिव है। अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने सास-बहू को छिंदवाड़ा अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में रेफर किया है।
इस सबंध में बीएमओ डॉ गोनाडे ने बताया कि विगत दिनों संक्रमण के दायरे में आये परिवार के सभी लोगों का स्वाव सैंपल की जांच हो चुकी है और परिवार के अन्य सदस्यों को घर भेजा गया है।
12 माह की दुधमुंही बच्ची ने कोरोना को दी मात:
कोरोना संक्रमण से जहाँ पूरा विश्व मे आहाकार मचा हुआ है, ऐसी परिस्थिति नवजात बच्ची के इस संक्रमण से बचना बड़ी बात है। इससे मेडिकल स्टाफ के लोग भी आचार्य चकित है।
लगभग 10 दिनों से कोरोना संक्रमित माँ के आँचल से लिपटी शहर के राम शांति विद्या मंदिर संस्थान क्वारंटाइन सेंटर में 12 महीने की नवजात बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जो अब अपने माँ की अगली रिपोर्ट निगेटिव आने तक दूर रहने को मजबूर है।
माँ का संक्रमित होना और 12 महा की दुधमुंही बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव आना एक चमत्कार से कम नही है। अब परिवार के लोग इस बच्ची की देखभाल करेंगे परन्तु परिवार के लोग इस बच्ची को लेकर परेशान है कि यह बच्ची अपने माँ से दूर कैसे रह पाएगी। डॉक्टर की जरा सी लाफ़रवाही से यह पूरा परिवार फजियत में पड़ गया है।