जांच रिपोर्ट के बाद हमलावर हुई कांग्रेस, गृहमंत्री के इस्तीफे और न्यायिक जांच की मांग
नई दिल्ली। दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाको में कांग्रेस के फेक्ट फाइंडिंग टीम द्वारा की गई जांच के बाद आज जांच रिपोर्ट कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे और दिल्ली हिंसा की न्याययिक जांच की मांग की है।
कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने कहा है कि प्रतीत होता है मोदी सरकार राज धर्म निभाने और दिल्ली में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षा देने में विफल रही क्योंकि पुलिस अपना कर्तव्य निभाने में विफल रही।
उन्होंने कहा कि लोगों की पीड़ा और दर्द को बयां करना मुश्किल है। लेकिन धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण करना, जो भाजपा की बुनियादी मान्यता है, काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। कई लोगों का कहना था कि इन दंगों में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में कराई जानी चाहिए जिससे यह दंगों के कारणों का पता लग सके और कर्तव्यपालन में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय हो सके।
मुकुल वासनिक ने कहा कि हम केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, BJP नेता कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा (दिल्ली चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने पर) के खिलाफ FIR दर्ज़ करने की मांग करते हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24-25 फरवरी को हुई हिंसा मामले की जांच के लिए कांग्रेस की ओर से गठित पांच सदस्यीय टीम सोमवार को अपनी रिपोर्ट पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी थी। सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा किए गए हैं।
इससे पहले आज मुकुल वासनिक और इस टीम में शामिल अन्य नेताओं ने सोनिया गांधी से मिलकर उन्हें रिपोर्ट सौंपी। इस टीम ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाकों का दौरा करने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की।
गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24-25 फरवरी को हुई हिंसा मामले की जांच के लिए कांग्रेस की ओर से पांच सदस्यीय टीम गठित की गई थी। इस टीम में मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, कुमारी शैलजा, तारिक अनवर और सुष्मिता देव शामिल हैं।