अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने 72 वा स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया

पांढुर्ना(गुड़डू कावले)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 72 वे स्थापना दिवस के अवसर पर श्री गुरुदेव सेवा मंडल सभा कक्ष में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नपा अध्यक्ष प्रवीण पालीवाल, डॉ.देशमुख सर, प्रवासी भाग सयोंजक अंकुश मेहरा और प्रांत कार्यकारिणी सदस्य नमन पवार की प्रमुख उपस्थित मेंं मुख्य अतिथि द्वारा स्वामी विवेकानंद के फोटो के सामने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए मुख्य अतिथि प्रवीण पालीवाल ने कहा कि स्वामी जी कोलकाता के कायस्थ परिवार में जन्मे स्वामी कांस्य विवेकानंद आध्यात्मिकता की ओर झुके हुए थे। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि वे अपने गुरु रामकृष्ण देव से काफी प्रभावित थे। जिनसे उन्होंने सीखा कि सारे जीवो मे स्वयं परमात्मा का ही अस्तित्व हैं। इसलिए मानव जाति अथेअथ जो मनुष्य दूसरे जरूरत मंदो मदद करता है या सेवा द्वारा परमात्मा की भी सेवा की जा सकती है।
प्रवीण पालीवाल ने कहा कि रामकृष्ण की मृत्यु के बाद विवेकानंद ने बड़े पैमाने पर भारतीय उपमहाद्वीप में का दौरा किया और ब्रिटिश भारत में मौजूदा स्थितियों का प्रत्यक्ष ज्ञान हासिल किया। बाद में विश्व धर्म संसद 1893 में भारत का प्रतिनिधित्व करने, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए प्रस्थान किया।
उन्होंने कहा कि विवेकानंद ने संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोप में हिंदू दर्शन के सिद्धांतों का प्रसार किया और कई सार्वजनिक और निजी व्याख्यानों का आयोजन किया। भारत में विवेकानंद को एक देशभक्त संन्यासी के रूप में माना जाता है ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 72वा स्थापना दिवस के अवसर पर नगर कार्यकारिणी की का विस्तार किया गया। इस अवसर पर पांढुर्ना विकासखंड में कक्षाा दसवीं प्रथम कु.धनाश्री उमाठे, द्वितीय श्रुति चांदे और तृतीय कु.निकिता बोबडे को सम्मानित किया किया। इस कार्यक्रम में नगर संयोजक हरीश सांबारे,राम साहू,गुलशन पराड़कर,पंकज डाबरे,ईशु घोड़े,स्वप्निल ढोबले,आयुष पाठे,सागर चौधरी,जितेंद्र कोल्हे,अंकित ढोबलेऔर रितिक भादे अन्य पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे।