मुंबई में फैलाई गई थी ट्रेन शुरू होने की अफवाह, होगी कड़ी कार्रवाही

मुंबई में फैलाई गई थी ट्रेन शुरू होने की अफवाह, होगी कड़ी कार्रवाही

मुंबई ब्यूरो। मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर बड़ी तादाद में जमा हुए प्रवासी मजदूरों की घटना के पीछे एक बड़ा खुलासा हुआ है। प्रवासी मजदूरों के बीच किसी ने षड्यंत्रपूर्ण तरीके से मुंबई के बांद्रा स्टेशन से ट्रेनो का संचालन शुरू होने की अफवाह फैलाई थी।

पुलिस ने प्रवासी मजदूरों के बड़ी तादाद में स्टेशन के बाहर इकट्ठा होने की घटना के संबंध में 800-1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम की धारा 3 के साथ बांद्रा पुलिस स्टेशन में धारा 143, 147, 149, 186, 188 के तहत मामला दर्ज़ किया है।

वहीँ महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि ‘ट्रेनें शुरू होने की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ आदेश जारी किए गए हैं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।’

इससे पहले बांद्रा स्टेशन की घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘आज बांद्रा में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। ऐसा शायद इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने सोचा था कि ट्रेनें 14अप्रैल से शुरू होंगी और वो अपने गाँव वापस जा सकेंगे।’

उन्होंने प्रवासी मजदूरों के साथ पूरी हमदर्दी जताते हुए कहा कि ‘कोई भी नहीं चाहता है कि आप अपनी इच्छा के बिना लॉकअप में रहें। लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं है। यह हमारा देश है। आप (प्रवासी मजदूर) मेरे राज्य में सुरक्षित हैं, परेशान न हों। जिस दिन लॉकडाउन उठाया जाएगा, न केवल मैं बल्कि केंद्र भी आपके लिए व्यवस्था करेगा।’

मुंबई पुलिस के पीआरओ डीसीपी प्रणव अशोक ने मुंबई के बांद्रा में हुई घटना की जानकारी देते हुए बताया कि ‘आज शाम 4 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए। उनमें से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी मजदूर थे। वे लॉकडाउन बढ़ने से दुखी थे और अपने घरों को वापस जाना चाहते थे। उन्होंने प्रशासन के आगे अपनी मांग रखी।’

गौरतलब है कि देश में 3 मई तक लागू किये गए लॉकडाउन के बीच मंगलवार शाम को मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर हज़ारो प्रवासी मजदूर जमा हुए थे। प्रवासी मजदूर अपने अपने घरो को वापस भेजे जाने की मांग कर रहे हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने बांद्रा में जुटे हज़ारो मजदूरों की घटना को केंद्र सरकार की नाकामी बताया है।

आदित्य ठाकरे ने कहा कि ‘जिस दिन ट्रेनों को बंद किया गया, उसी दिन राज्य ने ट्रेनों को 24 घंटे और चलाने का अनुरोध किया था, ताकि प्रवासी श्रमिक घर वापस जा सकें।’

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TeamDigital