4 बूथों पर सही नहीं बैठा वीवीपैट पर्चियों से ईवीएम का मिलान, उठे सवाल
नई दिल्ली। गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में मतगणना के बाद वीवीपैट पर्चियों के ईवीएम से मिलान करने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। इससे पहले गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि सभी 182 सीटों पर वीवीपैट ट्रेल का ईवीएम से सौ फीसदी मिलान हो गया है।
न्यूज़ 18 के अनुसार गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी बी बी स्वैन ने स्वीकार किया है कि चार विधानसभा सभा क्षेत्रो में वोटों के मिलान के दौरान गलतियां मिली हैं। ये चार विधानसभाएं हैं वागरा, द्वारका, अंकलेश्वर और भावनगर। मुख्य चुनाव अधिकारी बी बी स्वैन ने माना है कि कम से कम चार पोलिंग बूथ पर ईवीएम और वीवीपैट की पर्चियों के मिलान में गड़बड़ी पाई गई है।
उन्होंने बताया कि “यहां के चार बूथों पर मिलान में कुछ वोटों का हेर-फेर था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि रिटर्निंग अफसर ने एक गलती की है जिसे दुरुस्त नहीं किया गया।” स्वैन का कहना है कि 9 और 14 दिसंबर को हुए मतदान से पहले मॉक पोल के वोटों को ईवीएम से नहीं हटाया गया, जिससे गड़बड़ी हुई। उन्होंने कहा कि यह गड़बड़ी सामने आने के बाद, “हमने इस मामले को हल करने के लिए इन बूथों में वीवीपैट स्लिप की गणना को आधार माना।”
हालाँकि सोमवार को चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया था कि सभी 182 विधानसभा क्षेत्रो में वीवीपैट पेपर ट्रेल का ईवीएम से सौ फीसदी मिलान हो गया है। सोमवार को चुनाव आयोग की तरफ से इन चार विधानसभा में पेपर ट्रेल और ईवीएम के मिलान में आये अंतर् को नहीं बताया गया।
वहीँ सूत्रों की माने तो चार विधानसभा क्षेत्रो में वीवीपैट से निकली पर्चियों और ईवीएम में करीब दो फीसदी से अधिक का अंतर् आया है। हालाँकि अभी यह जानकारी नहीं है कि ये वोट किस पार्टी को दिए गए थे तथा वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम से मिलान न होने वाले मतों को गिनती में शामिल किया गया था अथवा नहीं लेकिन यदि इन मतों को गिनती में शामिल किया गया तो ये किसी भी उम्मीदवार की जीत हार को भी प्रभावित कर सकते हैं। गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनावो में करीब दो दर्जन सीटें ऐसी हैं जहाँ 3000 के कम वोटों के अंतर् से जीत हार हुई है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारियों को हर विधानसभा क्षेत्र के कम से कम एक पोलिंग स्टेशन की वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम में पड़े वोटों से मिलान करने का निर्देश दिया था। इस प्रक्रिया में पोलिंग स्टेशन को लाटरी के जरिये चुना जाना था। गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त स्वैन का कहना है कि 182 विधानसभा क्षेत्रों में इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद इन चार क्षेत्रों में इस तरह की गड़बड़ी देखने को मिली है।
बता दें गुजरात विधानसभा चुनावो को लेकर कांग्रेस ने सुप्रीमकोर्ट से प्रत्येक विधानसभा में कम से कम 25% बूथों पर वीवीपैट पेपर ट्रेल के ईवीएम से मिलान करने की मांग को लेकर अर्जी दाखिल की थी। वहीँ चुनाव परिणाम आने के बाद मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाये थे। इतना ही नहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी गुजरात चुनावो में ईवीएम टेम्परिंग किये जाने की आंशका व्यक्त की थी।