पुलवामा हमला: 39 जवान शहीद, पढ़िए- पूरी दास्तां

नई दिल्ली। पुलवामा में सीआरपीएफ जवानो के काफिले पर आतंकी हमले ने एक बार फिर यह सोचने को विवश कर दिया है कि क्या संवेदनशील मामलो में हम एक राय हैं ? क्या कारण है कि सुरक्षा के पुख्ता दावो के बावजूद हम साजिश के शिकार हो जाते हैं।
हर आतंकी घटना के बाद चंद दिन बयानबाजियां होतीं हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के दावे और वादे होते हैं लेकिन आतंकी घटनाओं साजिश करने वाली पड़ौसी मुल्क पर कड़ी कार्रवाही नहीं करते। यह प्रश्न किसी एक सरकार से नहीं है बल्कि उन तमाम सरकारों से प्रश्न है जो अब तक इस देश में शासन कर चुकी हैं।
पुलवामा में गुरुवार को हुए हमले में सीआरपीएफ के 39 जवानो के शहीद होने की पुष्टि हो चुकी है, हालाँकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में शहीद जवानो की संख्या 44 तक बताई गयी है।
सीआरपीएफ के काफिले पर यह हमला पुलवामा के अवंतीपूरा इलाके में हुआ। यह जम्मू से करीब 262 किलोमीटर दूर है। सीआरपीएफ के इस काफिले में सीआरपीएफ की कुल 78 गाड़ियां थीं, इन गाड़ियों में 2500 जवान जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे। आतंकियों ने सीआरपीएफ की जिस बस को निशाना बनाया उसमे सीआरपीएफ के 42 जवान सवार थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों को इस रूट पर जवानों की गाड़ियों के मूवमेंट की जानकारी पहले से थी और उसी का फायदा उठाते हुए आत्मघाती हमलावर ने इसे अंजाम दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के लिए विस्फोटकों से भरी गाड़ी का इस्तेमाल किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक विस्फोटकों से भरी गाडी में बैठा हमलावर को सीआरपीएफ की बस को टक्कर मारी। जिसके बाद विस्फोट हुआ और बस के परखच्चे उड़ गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक विस्फोट की आवाज़ इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज़ सुनाई दी।
शहीद जवानो के नाम:
1. जयमाल सिंह- 76 बटालियन
2. नसीर अहमद- 76 बटालियन
3. सुखविंदर सिंह- 76 बटालियन
4. रोहिताश लांबा- 76 बटालियन
5. तिकल राज- 76 बटालियन
6. भागीरथ सिंह- 45 बटालियन
7. बीरेंद्र सिंह- 45 बटालियन
8. अवधेष कुमार यादव- 45 बटालियन
9. नितिन सिंह राठौर- 3 बटालियन
10. रतन कुमार ठाकुर- 45 बटालियन
11. सुरेंद्र यादव- 45 बटालियन
12. संजय कुमार सिंह- 176 बटालियन
13. रामवकील- 176 बटालियन
14. धरमचंद्रा- 176 बटालियन
15. बेलकर ठाका- 176 बटालियन
16. श्याम बाबू- 115 बटालियन
17. अजीत कुमार आजाद- 115 बटालियन
18. प्रदीप सिंह- 115 बटालियन
19. संजय राजपूत- 115 बटालियन
20. कौशल कुमार रावत- 115 बटालियन
21. जीत राम- 92 बटालियन
22. अमित कुमार- 92 बटालियन
23. विजय कुमार मौर्या- 92 बटालियन
24. कुलविंदर सिंह- 92 बटालियन
25. विजय सोरंग- 82 बटालियन
26. वसंत कुमार वीवी- 82 बटालियन
27. गुरु एच- 82 बटालियन
28. सुभम अनिरंग जी- 82 बटालियन
29. अमर कुमार- 75 बटालियन
30. अजय कुमार- 75 बटालियन
31. मनिंदर सिंह- 75 बटालियन
32. रमेश यादव- 61 बटालियन
33. परशाना कुमार साहू- 61 बटालियन
34. हेम राज मीना- 61 बटालियन
35. बबला शंत्रा- 35 बटालियन
36. अश्वनी कुमार कोची- 35 बटालियन
37. प्रदीप कुमार- 21 बटालियन
38. सुधीर कुमार बंशल- 21 बटालियन
39. रविंदर सिंह- 98 बटालियन
40. एम बाशुमातारे- 98 बटालियन
41. महेश कुमार- 118 बटालियन
42. एलएल गुलजार- 118 बटालियन
गौरतलब है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में यह दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इससे पहले 18 सितंबर 2016 को आतंकियों ने सेना के कैंप पर हमला किया था। आतंक की इस घटना में 19 जवान शहीद हो गए थे।