23 को दिल्ली में होगी महागठबंधन की बैठक, बीजद-वाईएसआर के सम्पर्क में कांग्रेस
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर आये एग्जिट पोल भले ही एनडीए की सरकार बनने की भविष्यवाणी कर रहे हैं लेकिन विपक्ष ने भी अभी हथियार नहीं डाले हैं। जहाँ कल बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एनडीए और बीजेपी के कुछ नेताओं के साथ रात्रि क़ भोजन पर चर्चा करेंगे वहीँ 23 मई को नतीजे आने के बाद विपक्ष के नेता दिल्ली में जुटेंगे।
इस बीच विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए पहल कर रहे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आज कोलकाता में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे की मुलाकात हुई। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच एग्जिट पोल को लेकर भी चर्चा हुई। इस दौरान ममता बनर्जी 23 मई को चुनावी नतीजे आने के बाद महागठबंधन की बैठक में शामिल होने के लिए तैयार हो गयीं हैं।
वहीँ दूसरी तरफ लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बसपा सुप्रीमो मायवती से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का व्यौरा सामने नहीं आया है लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बात से इनकार करते हुए कहा, ‘अभी नहीं, मुझे बोलना होगा तो बाद में बोलूंगा।’ बाद में अखिलेश ने मायावती के साथ एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा-अब अगले कदम की तैयारी। माना जा रहा है कि सपा बसपा ने अगले कदम के बारे में निर्णय लिया है।
इस बीच कांग्रेस सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक पार्टी के नेता बीजू जनता दल नेता नवीन पटनायक, टीआरएस नेता चंद्रशेखर राव और वाईएसआर कांग्रेस नेता जगन मोहन रेड्डी से सम्पर्क बनाये हुए हैं। जिससे कि 23 मई को नतीजे आने के बाद समर्थन जुटाने की ज़रूरत पड़ने पर तुरंत फैसला लिया जा सके।
सूत्रों ने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजे कांग्रेस नेताओं के गले नहीं उतर रहे हैं। हालाँकि बीजेपी भी एग्जिट पोल को सही नहीं मान रही और उसने भी अपने प्लान -2 पर काम करना शुरू कर दिया है।
भ्रामक हैं एग्जिट पोल:
गौरतलब है कि कल न्यूज़ चैनलों द्वारा बताये गए एग्जिट पोल में कई ऐसी भ्रांतियां सामने आयी हैं जिन्हे देखकर लगता है कि एग्जिट पोल सिर्फ कागज और कलम से लिखा गया एक हिसाब किताब है।
कई चैनलों द्वारा राज्यों की स्थति का आंकलन करते हुए अलग अलग राज्यों में अलग अलग दलों को मिलने वाली सीटों को लेकर कयास लगाया गया है। उत्तर प्रदेश में कई चैनलों ने बीजेपी को 50 या उससे अधिक तक सीटें मिलने की सम्भावना ज़ाहिर की है।
यही हाल पश्चिम बंगाल का भी है जिसे लेकर कुछ एग्जिट पोल बीजेपी को 15 सीटें या उससे अधिक दे रहे हैं। जबकि पश्चिम बंगाल में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई है जो साफ़ तौर पर टीएमसी को लाभ मिलने का इशारा करती है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को लेकर भी एग्जिट पोल जो भविष्यवाणी कर रहे हैं वह धरातल पर फिट नहीं बैठ रही। बिहार को लेकर एग्जिट पोल कह रहे हैं कि यहाँ पटना साहिब सीट पर फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा हार रहे हैं जबकि राम विलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी गठबंधन में मिली सभी सीटें जीत रही है, जो कि संभव नहीं है।
फिलहाल देखना है कि 23 तारीख को जब चुनावी नतीजे आएंगे तो देश की राजनीति ऊँट किस करवट बैठेगा लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि एग्जिट पोल पूर्व में हुए लोकसभा चुनावो की तरह ही एक बार फिर गलत साबित होंगे।
ईवीएम को लेकर कल चुनाव आयोग जायेगा विपक्ष :
ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षा के बारे में शिकायत करने के लिए मंगलवार को विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग जाएगा। इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता चन्द्रबाबू नायडू ने कहा, ‘मतगणना प्रक्रिया में कई समस्याएं हैं। चुनाव आयोग को उन सभी समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाना चाहिए। ईवीएम को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं, जिनमें यह भी शामिल है कि प्रिंटर्स के साथ छेड़छाड़ हो सकता है और कंट्रोल पैनल को चेंज किया जा सकता है। चुनाव आयोग ने शक की गुंजाइश दी है।’