2019 में बीजेपी का हाल: बिहार में 22 सीटें जीतने वाली बीजेपी 17 सीटों पर लड़ेगी चुनाव

2019 में बीजेपी का हाल: बिहार में 22 सीटें जीतने वाली बीजेपी 17 सीटों पर लड़ेगी चुनाव

नई दिल्ली। 2014 के लोकसभा चुनाव में 22 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जेडीयू और लोकजनशक्ति पार्टी के दबाव के चलते बीजेपी ने खुद को सिमट कर पांच सीटें पीछे कर लिया है।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ऐलान किया कि भाजपा और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी जबकि एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में अमित शाह के घर बैठक हुई। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर पर मौजूद रहे।

2019 के आम चुनावों के लिए सीट बंटवारे की घोषणा के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा “हम बिहार में विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।” साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी राय है कि राम मंदिर मामले को अदालत के फैसले के जरिए हल किया जाना चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए 2019 में 2014 की तुलना में ज्यादा सीटें ले आएगी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीट शेयरिंग में यह भी तय किया गया कि एनडीए की तरफ से एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान राज्यसभा भेजे जाएंगे। इस दौरान सीट शेयरिंग पर रामविलास पासवान ने कहा, मैं अमित शाह, जेटली जी, नीतीश कुमार और चिराग को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने सीट बंटवारे पर फैसला कराया। एनडीए अगली बार दोबारा सत्ता में आएगी।

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच सीटों पर सहमति के बाद शनिवार को इसकी घोषणा होनी थी, लेकिन इसको रविवार तक के लिए टाल दिया गया।

वहीँ दूसरी तरफ रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बाद विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख और सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर मुकेश सहनी बिहार में महागठबंधन में शामिल हो गए हैं।

इस मौके पर तेजस्वी के अलावा उपेंद्र कुशवाहा और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी भी मौजूद रहे। महागठबंधन के सभी नेताओं ने मुकेश सहनी का महागठबंधन में आने के लिए स्वागत किया।

मुकेश सहनी के शामिल होने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि इनके आने से हमारी ताकत बढ़ी है। वहीं मुकेश सहनी ने बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। सहनी ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ 2019 में आर-पार की लड़ाई होगी। एनडीए सरकार का सफाया हो जाएगा।

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