राजस्थान के बाद गुजरात में सामने आया 196 बच्चो की मौत का आंकड़ा

राजस्थान के बाद गुजरात में सामने आया 196 बच्चो की मौत का आंकड़ा

नई दिल्ली। राजस्थान के कोटा में नवजात बच्चो की मौत को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही बीजेपी ने उस समय ख़ामोशी साध ली जब बीजेपी शासित और पीएम मोदी- गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात से नवजात बच्चो की मौत का आंकड़ा सामने आया।

आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में दिसंबर महीने में राजकोट में 111 बच्चों और अहमदाबाद में 85 नवजात बच्चों की मौतें दर्ज की गई हैं। जो राजस्थान के कोटा में हुई नवजात बच्चो की मौत से अधिक है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात में अक्टूबर और नवंबर महीने में भी नवजात बच्चो की मौत हुई थी। राजकोट के पंडित दीन दयाल उपाध्याय में अस्पताल में नवंबर महीने में 71 और अक्तूबर में 87 मौतें दर्ज की गई थीं। जबकि दिसंबर में यह आंकड़ा और भी बढ़ गया।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राजकोट के अस्पताल में बीते तीन महीनों में 269 नवजात मर गए और दिसंबर महीने में सबसे अधिक 111 बच्चो की मौतें हुई हैं। वहीं अहमदाबाद में बीते बीते तीन महीनों में 253 बच्चों ने दम तोड़ा।

यहाँ यह बताना भी आवश्यक है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी मूलतः गुजरात के राजकोट के ही रहने वाले है। मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बच्चो की ताबड़तोड़ मौतों के बावजूद गुजरात सरकार इस पर ख़ामोशी साधे रही।

आज जब गुजरात में नवजात बच्चो की मौत को लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से मीडिया ने सवाल किया तो वे बिना जबाव दिए ही चुपचाप निकल गए और उन्होंने आज भी इस मामले में ख़ामोशी साधे रखी।

वहीँ बाद में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि राज्य में नवजात मृत्यु दर कम है और यह एक हजार बच्चों में केवल 30 है। कुपोषण, समय पूर्व जन्म या प्रसूताओं का समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाना इसके कुछ प्रमुख कारण हैं।

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TeamDigital