14 अप्रेल को साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा करेंगे सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद !
लखनऊ ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के सियासी हलकों में यह चर्चा बेहद गर्म है कि 14 को डा भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में 2019 के चुनाव में बीजेपी के सफाये के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले हैं।
हालाँकि आधिकारिक तौर पर चारो पार्टी के नेता अभी इस बारे में कुछ भी कहने से कतरा हे लेकिन सियासी हलकों में यह चर्चा अब जोर पकड़ रही है। सपा सूत्रों की माने तो लोकसभा उपचुनाव के परिणामो के बाद ही यह तय हो गया था कि बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए सेकुलर मतों का विभाजन रोका जाए।
सूत्रों के अनुसार अब निगाहें राज्य सभा चुनाव पर टिकी हैं। यदि सब कुछ तय प्लानिंग के अनुसार होता है और बसपा उम्मीदवार राज्य सभा में पहुँच जाता है तो निश्चित तौर पर 14 अप्रेल को उत्तर प्रदेश की राजनीति एक नया अध्याय लिखने जा रही है।
सूत्रों की माने तो बसपा सुप्रीमो इस बात के लिए हामी भर चुकी हैं वहीँ अखिलेश यादव भी इसके लिए तैयार हैं। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस में प्रदेश स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन की सम्भावना है लेकिन कांग्रेस ने भी इसके लिए रजामंदी दे दी है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार प्रदेश की कमान किसी ब्राह्मण चेहरे को सौंपी जा सकती है। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। प्रमोद तिवारी कोर्डिनेशन में माहिर माने जाते हैं। सूत्रों ने कहा कि गठबंधन की स्थति में प्रमोद तिवारी सभी पार्टियों के साथ अच्छी भूमिका निभा सकते हैं।
फिलहाल सभी की नज़रें 14 अप्रेल पर टिकी हैं। बहुजन समाज पार्टी 14 अप्रेल को कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है। डा भीमराव आंबेडकर के जन्मदिन पर कांग्रेस और सपा भी कार्यक्रमों का आयोजन करेगी लेकिन वे बसपा के कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते हैं।