फ़र्ज़ी मतदाता सूची: चुनाव आयोग के जबाव से संतुष्ट नहीं कांग्रेस, फिर जाएगी चुनाव आयोग

भोपाल। मध्य प्रदेश में इस वर्ष के अंत तक होने जा रहे विधानसभा चुनावो से पूर्व कांग्रेस ने राज्य में फ़र्ज़ी मतदाताओं के नामो के समावेश को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत की थी। कांग्रेस ने कहा था कि मध्य प्रदेश में करीब 60 लाख फ़र्ज़ी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में शामिल किये गए हैं।
कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने आनन् फानन में अपनी टीम भेजकर मामले की जांच कराई लेकिन साथ ही कांग्रेस के आरोपों को ख़ारिज करते हुए सब कुछ ठीक होने की बात कही थी।
वहीँ मतदाता सूचियों में फ़र्ज़ी नामो को लेकर कांग्रेस अपने दावों पर अभी भी कायम है। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि हम इस मामले को फिर चुनाव आयोग के समक्ष उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर प्रमाण के साथ निर्वाचन आयोग से इस मामले की शिकायत करेगी। ये बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा में कही।
भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने वोटर लिस्ट वाले मामले में चुनाव आयोग की रिपोर्ट पर असंतोष जताया। कमलनाथ ने कहा – हम संतुष्ट नहीं हैं लिहाजा हम फिर से प्रमाण लेकर आयोग के पास जाएंगे और जांच की मांग करेंगे।
कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 01 जनवरी 2018 की जारी मतदाता सूची को आधार मानते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। यहां तक की अधिकारी खुद ये कह रहे हैं कि वे वोटर लिस्ट में सुधार कर रहे हैं, लिस्ट को ठीक कर रहे हैं। इससे गड़बड़ी की बात साबित होती है।
कमलनाथ ने कहा कि हमने किसानों के कर्ज़ माफी की बात कही है। यदि हमारी घोषणा के बाद भाजपा किसानों का कर्ज माफ करती है तो हम उसका स्वागत करेंगे। कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता और उद्देश्य किसानों का हित है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रदेश में बार-बार दौरा करने के एक सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि अमित शाह बार-बार इसलिए प्रदेश आ रहे हैं क्योंकि उन्हें यहां की जमीनी हकीकत पता चल चुकी है।
उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र का ड्राफ्ट लगभग तैयार है और पार्टी इसे जल्द ही जारी करेगी। प्रभात झा द्वारा उन्हें लेकर की गई टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा प्रभात झा पहले खुद पार्षद या पंचायत का चुनाव लड़कर जीतकर बताए, फिर उनके जीतने पर सवाल उठाए।