क़त्ल से पहले 4 घंटे तक किया था अलीमुद्दीन अंसारी का पीछा
रांची। झारखण्ड में 45 वर्षीय अलीमुद्दीन अंसारी की ह्त्या मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि अलीमुद्दीन अंसारी के कत्ले की साजिश रची गयी थी। कथित गौरक्षको ने क़त्ल से पहले अलीमुद्दीन की गाडी का 4 घंटे तक पीछा किया था।
बजरंग दल कार्यकर्ता राजकुमार ने सबसे पहले अंसारी को मीट खरीदते हुए चितरपुर बाजार में सुबह 7.30 देखा। बस वहीँ से उसने अपने चार पांच साथियों के साथ फोन पर बात करके अलीमुद्दीन की हत्या की साजिश रच डाली।
पुलिस के अनुसार राजकुमार और उसके साथियों ने अलीमुद्दीन अंसारी का 15 किलोमीटर तक पीछा किया। इस दौरान वह फोन पर अपने साथियों को अलीमुद्दीन की लोकेशन के बारे में अपडेट करता रहां। पुलिस के अनुसार यह जानकारियां आरोपियों के फोन लोकेशन और कॉल डिटेल से मिली हैं।
अलीमुद्दीन अंसारी का पीछा करने के बाद आखिरकार बजरंग दल के लोगों ने आखिर अंसारी को बजरतांड में रोक लिया। यही पर अंसारी की कार जला दी गई और 100 लोगों की भीड़ ने उसे पीट-पीटकर मार डाला। इस मामले में अब तक 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी को मुख्य आरोपी बताया गया है। जिसमें दीपक मिश्रा, संतोष सिंह, राजकुमार, छोटू राणा और छोटू वर्मा का नाम शामिल है। इनमें से चार बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं।