हिन्दू संगठनों के दबाव में लव जिहाद बनाने वाली यूपी पुलिस पर पीड़िता के बयान से उठे सवाल
मेरठ। मेरठ में दो सम्प्रदाय के छात्र छात्रा के एक जगह मिलने पर हिन्दू संगठनों के बवाल के आगे झुकी यूपी पुलिस पर अब सवाल उठ रहे हैं। छात्रा के साथ पुलिस वैन में महिला पुलिसकर्मी द्वारा की गयी मारपीट और पुलिस वैन के ड्राइवर द्वारा छात्रा पर आपत्तिजनक फब्तियां कसने का वीडियो वायरल होने के बाद अब पीड़िता के बयान से यूपी पुलिस के कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं।
पीड़ित लड़की ने एक चैनल से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने उस पर अपने सहपाठी छात्र के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराने का दबाव भी बनाया था। पीड़ित छात्रा के बयान से साफ़ हो गया है कि सब कुछ हिन्दू संगठनों के दबाव में हो रहा था।
पीड़ित लड़की ने कहा कि पुलिस उसे और उसके सहपाठी छात्र को अलग-अलग गाड़ी में लेकर गई। जिस गाड़ी में पीड़ित लड़की को ले जाया गया उसमें मौजूद पुलिसवालों ने उसके साथ बदतमीजी की।
इतना ही नहीं पीड़ित लड़की पर मुस्लिम लड़के से रिश्ते होने का आरोप भी लगाया गया। पीड़ित लड़की ने कहा कि उसका जबरन नकाब उतरवाया गया और गाड़ी में बैठे पुलिसकर्मी ने उसका वीडियो बनाया और गंदी भाषा का इस्तेमाल किया।
पीड़ित लड़की के मुताबिक जब उसे थाने ले जाया गया तो वहां मौजूद पुलिसवालों ने उस पर लड़के के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए कहा। जिस पर पीड़िता ने कहा कि हमारे बीच कोई गलत संबंध नहीं हैं, इसलिए मैं ऐसा नहीं कर सकती। इसके बाद पुलिसवालों ने कहा कि हम तुम्हें कुछ नहीं कहेंगे, बस तुम लड़के के खिलाफ केस करा दो, क्योंकि वह मुस्लिम है।
पीड़ित लड़की के अनुसार इस दौरान पीड़ित लड़की के पास आर्य समाज की एक महिला को यह समझाने भेजा गया कि लड़का मुस्लमान है और तुम हिन्दू हो, तुम कैसे शादी कर पाओगी।
पीड़ित लड़की ने पूरी घटना का जो व्यौरा पेश किया उससे साफ़ ज़ाहिर है कि मेरठ में हिन्दू संगठनों का पुलिस पर भारी दबाव है। पुलिस कर्मियों द्वारा की गयी बदसलूकी और झूठी एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश का पर्दाफाश होने के बाद एक बाद फिर यूपी पुलिस सवालो के कटघरे में खड़ी है।