हार कर भी जीत गए शिवपाल
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी से लगा होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव की पार्टी भले ही लोकसभा चुनाव में अपनी मौजूदगी साबित न कर पाई हो लेकिन फ़िरोज़ाबाद में शिवपाल सिंह यादव चुनाव हारने के बाद भी जीते हुए माने जा रहे हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने फ़िरोज़ाबाद से सपा उम्मीदवार और सपा नेता रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था। शिवपाल यादव समाजवादी कुनबे में पैदा हुई रार के लिए रामगोपाल यादव को ज़िम्मेदार ठहराते रहे हैं।
फ़िरोज़ाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने के पीछे शिवपाल सिंह यादव का सबसे बड़ा मकसद रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव को चुनाव हराना था और वे इसमें कामयाब भी रहे।
इस सीट पर शिवपाल यादव को मिले वोटों की तादाद यदि अक्षय यादव को मिल जाती तो वह इस सीट पर फिर से चुनाव जीत सकते थे। फ़िरोज़ाबाद सीट पर शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी करते हुए कुल 91054 वोट हासिल किये। माना जा रहा है कि शिवपाल को मिले वोट समाजवादी पार्टी के ही थे।
इस सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अक्षय यादव को 461086 वोट मिले जबकि बीजेपी उम्मीदवार डा. चंद्रसेन जादौन को 486077 वोट मिले, नतीजतन अक्षय यादव 24991 वोटों से पराजित हो गए।
माना जा रहा है कि यदि शिवपाल सिंह यादव खड़े नहीं होते तो फ़िरोज़ाबाद सीट पर समाजवादी पार्टी का जीतना तय था। फीरोजाबाद लोकसभा सीट पर परिणाम कुछ इस तरह रहा।
डा. चंद्रसेन जादौन, भाजपा- 486077 (जीते), अक्षय यादव, सपा-461086, शिवपाल यादव, प्रसपा- 91054, भाजपा जीती- 24991 वोट से, कुल पड़े वोट-1071948।