हार्दिक, अल्पेश, जिग्नेश नही बल्कि गुजरात की जनता के लिए अहम है ये तीन मुद्दे

हार्दिक, अल्पेश, जिग्नेश नही बल्कि गुजरात की जनता के लिए अहम है ये तीन मुद्दे

अहमदाबाद: मीडिया गुजरात चुनाव में त्रिमूर्ति यानि हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी को कांग्रेस का सूत्रधार बनने की सम्भावना जता रहा है लेकिन ज़मीनी स्तर पर ये त्रिमूर्ति नही बल्कि इस बार तीन बड़े मुद्दे गुजरात की जनता के लिए अहम है.

हालाँकि हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी कांग्रेस के लिए ट्रम्प कार्ड साबित हो सकते हैं लेकिन गुजरात की जनता के लिए इन तीनो से अहम हैं नोटबंदी, जीएसटी और पेट्रोल की कीमतें, जिनसे उन्हें रोजाना जूझना पड़ता है.

वहीँ प्याज की कीमतों में हो रही बढ़ोत्तरी नही रुकी तो बीजेपी के खिलाफ एक और बड़ा मुद्दा कांग्रेस को मिल सकता है. गुजरात में प्याज की खपत को देखते हुए अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह आमतौर पर प्रत्येक परिवार की ज़रुरतो का हिस्सा है.

वहीँ नोट बंदी की मार झेलने के तुरंत बाद लागू हुए जीएसटी से बड़ी कीमतों को गुजरात की जनता एक बड़े छलावे के रूप में देखती है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने महंगाई कम करने का बड़ा वादा किया था लेकिन मंहगाई कम होने की जगह लगातार बढ़ रही है जिसका सीधा असर आम आदमी पर पड़ा है.

वहीँ स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले चुनावो में बीजेपी ने गुजरात में 50 लाख घरो के निर्माण का वादा किया था, उनका कुछ अतापता नही हैं. गौरतलब है कि 2012 के चुनाव में बीजेपी ने गुजरात में जनता के लिए 50 लाख पक्के मकान बनाने का वादा किया था लेकिन जानकारी के अनुसार इस पर कोई प्रगति नही हुई है.

स्थानीय लोगों की माने तो बीजेपी देश भक्ति और हिंदुत्व की बात करके मूल मुद्दों से मूंह मोडती आई है. लेकिन इस बार जनता के लिए हिन्दुव, विकास और देश भक्ति के मुद्दों से बड़े मुद्दे नोट बंदी, जीएसटी और पेट्रोल की कीमतें हैं.

वहीँ जानकारों की माने तो एक दशक से अधिक समय तक राज्य में सत्ता में रहने वाली बीजेपी इस बार जनता को यह समझाने में विफल रही है कि तेल की कीमतें बढ़ने के पीछे केंद्र सरकार की ख़राब नीतियाँ हैं. चूँकि केंद्र और राज्य दोनो जगह बीजेपी की ही सरकार है इसलिए पिछले चुनावो की तरह इस बार सहम मुद्दों को केंद्र सरकार पर डालकर जनता को भटकाना मुश्किल होगा.

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TeamDigital