हर गाँव में बिजली: सरकार की हुई किरकिरी, चिदंबरम बोले ‘एक और जुमला’
नई दिल्ली। देश के हर गाँव तक बिजली पहुंचाने के पीएम नरेंद्र मोदी के दावे के बाद सामने आयी हकीकत से सरकार रक्षात्मक मोड में आ गयी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मई 2014 में मोदी के सत्ता संभालने के समय देश में 18,452 गांव बिना बिजली के थे तथा अभी भी कुछ गाँव अँधेरे में हैं, यहाँ बिजली नहीं पहुंची है।
वहीँ देश के सभी गांवों में बिजली पहुंच जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा को वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ‘एक और जुमला’ करार दिया है।
चिंदबरम ने कहा कि 5.80 लाख गांवों में पहले की सरकारों के समय ही बिजली पहुंच चुकी थी और ‘प्रधानमंत्री दावा कर रहे हैं कि उनके समय सभी गांवों में बिजली पहुंचाई गई।
चिदंबरम ने भारतीय युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि मोदी जी ने चार साल पहले कहा था कि हम बाकी बचे 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचा देंगे। उनसे पूछना चाहिए कि 5,80,000 गांवों में बिजली किसने पहुंचाई? इन गांवों में पिछली सरकारों ने बिजली पहुंचाई है. अब वे ऐसा पेश कर रहे हैं कि सभी गांवों में हमने बिजली पहुंचाई. यह भी एक जुमला है।
चिदंबरम ने भारतीय युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, महिलाओं को सुरक्षा, कश्मीर की स्थिति और दूसरे कई मुद्दे होंगे, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का होगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी की भयावह समस्या’ को लेकर युवा इस बार नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे।
पूर्व वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि बड़ी अजीबोगरीब बात यह है कि इस सरकार को रोजगार सृजन करने के बारे में पता ही नहीं है। भारत जैसे देश में जहां बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हैं और लोगों को नौकरी की जरूरत है, लेकिन बहुत सारी वेकैंसीज़ होने के बावजूद उनको भरा नहीं जा रहा।
बता दें कि प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा था कि , ‘‘28 अप्रैल 2018 को भारत की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जायेगा। कल हमने एक वादा पूरा किया जिसके कारण अनेकों भारतीयों के जीवन में हमेशा के लिये बदलाव आयेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि अब भारत के हर गांव में बिजली सुलभ होगी।’’