सैनिकों को घटिया सामान देने के आरोप पर संयुक्त राष्ट्र ने रोक लिया भारत का 338 करोड़ का भुगतान
नई दिल्ली । युनाइटेड नेशन (UN) की तरफ से भारत का 338 करोड़ रुपए का भुगतान रोक दिया गया है। यूएन की तरफ के आरोप लगाया गया है कि भारत ने जवानों को घटिया सामान दिया गया है। यह बात उन जवानों के लिए की गई है जो इस वक्त कांगो और सुडान में शांति बहाल करने के मिशन पर भेजे गए हैं। भारत को इस बात की जानकारी पिछले महीने ही मिली है।
राष्ट्रीय हिंदी दैनिक जनसत्ता ने इन्डियन एक्सप्रेस के हवाले से लिखा है कि यूएन ने 50.45 मिलियन डॉलर का फंड रोक लिया है। खबर के अनुसार, यूएन ने कहा कि सेना को भेजे गए हथियार और बाकी सामान उस दर्जे के नहीं थे जैसा कि उन्हें होना चाहिए था। यूएन ने भारत को बताया कि सेना को भेजा गया कोई भी सामान समझौता ज्ञापन (MoU) के हिसाब से नहीं था। यूएन ने हथियारों को ‘बेकार’ और ‘किसी काम के लायक नहीं’ बताया था।
इस साल के अगस्त तक भारत के 2,300 जवान सुडान के मिशन पर हैं और 3,400 जवान कांगो के मिशन पर। मिली जानकारी के मुताबिक, मार्च 2014 से अप्रैल 2016 के बीच यूएन ने 35.39 मिलियन डॉलर (237.1 करोड़) की कटौती की। वहीं सुडान मिशन के लिए मई 2014 से फरवरी 2016 के बीच 15.05 मिलियन डॉलर यानी 100.8 करोड़ रुपए की कटौती की गई।
इस मामले पर यूएन की जनरल एसेंबली की तरफ से 2013 में कहा भी गया था कि अगर सैनिक ठीक सामान के साथ मिशन पर नहीं होगा तो वह शांति बहाली का काम कैसे कर पाएगा।