सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सांसदों को किया ब्रीफ, लेकिन सवाल पूछने की मनाही !
नई दिल्ली । सर्जिकल स्ट्राइक पर बात करने के लिए आर्मी ने शुक्रवार को संसदीय समिति के लिए एक ब्रीफिंग की। जिसमें सभी राजनैतिक दलो के कुछ सांसदों ने शिरकत की । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सासंदों को सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ा कोई भी सवाल करने ही नहीं दिया गया। ब्रीफिंग भी 15 मिनट में खत्म कर दी गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मीटिंग के एजेंडे को लेकर भी विवाद हुआ था। इसके लिए संसदीय समिति की सदस्य अंबिका सोनी और मधुसुदन मिस्त्री ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। बताया गया कि पहले मीटिंग का अजेंडा था कि मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के प्रतिनिधि सर्जिकल स्ट्राइक पर बात करेंगे। लेकिन बाद में इसे बदलकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बने आंतकी कैंप को हटाने के लिए बातचीत करने तक सीमित कर दिया गया। विरोध प्रदर्शन के बाद फिर से एजेंडा बदला गया।
ब्रीफिंग का नेतृत्व आर्मी के सबसे सीनियर अधिकारियों में नंबर दो की पोजिशन रखने वाले लेफ्टिनेंट जनरल विपिन रावत ने किया था। मीटिंग में विवाद के बाद लेफ्टिनेंट जनरल विपिन रावत ने पूरे ऑपरेशन के बारे में थोड़ा विस्तार से बताया। इसमें बताया गया कि आतंकी कैंपों को कितना नुकसान पहुंचाया गया।
ब्रीफिंग में कहा गया कि सेना ने काफी आगे की सोचकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वक्त में अगर जरूरत पड़ी तो ऐसी और स्ट्राइक भी की जा सकती हैं।