सूरत रैली में उमड़ी भीड़, 8 नवंबर को नोट बंदी के खिलाफ सूरत में ही राहुल मनाएंगे ‘काला दिवस’

सूरत रैली में उमड़ी भीड़, 8 नवंबर को नोट बंदी के खिलाफ सूरत में ही राहुल मनाएंगे ‘काला दिवस’

नई दिल्ली। नोट बंदी का एक वर्ष पूरा होने पर जहाँ 8 नवंबर को कांग्रेस और तमाम विपक्ष देशभर में काला दिवस मनाने का एलान कर चूका है वहीँ उस दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सूरत में व्यापारियों के साथ मिलकर काला दिवस मनाएंगे।

इससे पहले आज सूरत में एक बड़ी सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि गुजरात चुनाव में अपनी पार्टी को पांडवों जैसा बताया और कहा कि यहां ‘सच और झूठ के बीच लड़ाई’ में कौरवों (बीजेपी) को पराजित करेगी।

उन्होंने कहा कि पूरा देश इस बात को कह रहा है कि नोट बंदी एक बड़ी भूल थी, जीएसटी एक भूल है लेकिन सरकार इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात की सच्चाई युवाओं की बेरोजगारी, किसानों की मुश्किलें, महंगी निजी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा, भ्रष्टाचार और जमीन और पानी की चोरी है।

राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में युवाओं के पास काम नहीं है, किसानो का हाल बुरा है, जीएसटी और नोटबंदी से कारोबार ख़त्म हो रहे हैं इसके बावजूद सरकार किसी की सुनने को तैयार नहीं है।

सूरत में आज हुई राहुल गांधी की रैली पर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं। सूरत को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है, यहाँ वर्ष 2009 में पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह की सभा आयोजित की गयी थी। उसके बाद से यहाँ कांग्रेस के किसी बड़े नेता की सभा आयोजित नहीं हुई थी।

राहुल गांधी ने सूरत में अपनी रैली के दौरान लोगों से जय सरदार..जय भवानी के नारे लगवाए। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने पाटीदार आंदोलन वाली टोपी भी पहनी।

गौरतलब है कि 8 नवम्बर को नोट बंदी का एक वर्ष पूरा होने पर कांग्रेस सूरत में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। इस दौरान 8 नवंबर को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

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