सुषमा स्वराज पर देश को गुमराह करने और झूठ बोलने का आरोप, शिकायत

मुज़फ़्फ़रपुर। ईराक में लापता 30 भारतीय नागरिको के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर की एक अदालत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ शिकायत की गयी है।
कोर्ट में दाखिल की गयी याचिका में कहा गया है कि वर्ष 2014 में इराक के मोसुल 39 भारतीयों के लापता होने के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने देश को गुमराह किया। इतना ही नहीं याचिका में कहा गया है कि सुषमा स्वराज ने देश को भरोसा दिलाया कि मोसुल में लापता सभी 39 भारतीय सुरक्षित हैं। वे इस मामले में देश को लगातार गुमराह करती रहीं।
दरअसल सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि सूत्रों से सूचना मिली है कि मोसुल के पास स्थित बादुश गांव में एक जेल है, संभावना है कि लापता भारतीय नागरिक शायद वहीं कैद हैं।
इस बीच इराक के विदेश मंत्री डॉ. इब्राहिम अल जाफरी ने कहा है कि इराक सरकार के पास लापता 39 भारतीयों की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि बंधक बनाए गए भारतीय मजदूर जिंदा हैं या मारे गए, इसे लेकर भी उनके पास कोई पुख्ता सूचना नहीं है।
सोमवार को संसद में भी ये मुद्दा गूंजा। कांग्रेस पार्टी कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की तैयारी थी। कांग्रेस ने सुषमा पर देश और संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया है। अकाली दल सांसद चंदूमाजरा ने लोकसभा में लापता भारतीयों का मुद्दा उठाया।