सीएम पद पर सस्पेंस के बीच बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए फडणवीस
मुंबई। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस अभी भी बरकरार है। इस बीच देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वहीँ शिवसेना ने कल (गुरूवार) को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर 50-50 फॉर्मूले को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच दरार पैदा हो गयी है। जहाँ शिवसेना ढाई साल के लिए अपनी पार्टी के नेता को मुख्यमंत्री बनाने पर अड़ी है। वहीँ दूसरी तरफ मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से स्पष्ट तौर पर कहा कि वे अगले पांच वर्षों के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
बीजेपी और शिवसेना के बीच पैदा हुई रार में अब कांग्रेस और एनसीपी भी कूद पड़े हैं। कल जहाँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराव चव्हाण ने कहा कि “यदि शिवसेना प्रस्ताव रखती है तो पार्टी हाईकमान और अन्य दलों के नेताओं के साथ चर्चा की जाएगी। हालांकि अभी शिवसेना की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं आया है।”
इतना ही नहीं कांग्रेस नेता ने बीजेपी-शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर हो रही खींचतान पर तंज कसते हुए कहा कि ‘भाजपा और शिवसेना को महाराष्ट्र के मतदाताओं को बताना चाहिए कि उनके बीच क्या फैसला हुआ। अगर उनके बीच इतना अविश्वास है तो वे सरकार कैसे बना सकते हैं?’
वहीँ मगलवार को ही एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को भाजपा के साथ बैठक रद्द करने के शिवसेना के फैसले पर साफ़ साफ़ कहा कि यदि सदन में विश्वासमत के दौरान शिवसेना फडणवीस सरकार गिरा देती है तो फिर वैकल्पिक सरकार बनाने के बारे में सोचा जा सकता है। तब हम विचार करेंगे कि इस स्थिति में क्या किया जा सकता है।
वहीँ इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वाडेत्तिवार ने भी इशारो में शिवसेना को समर्थन देने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि ‘अब गेंद बीजेपी के पाले में है, शिवसेना को फैसला लेना है कि क्या वह अपना पांच साल का सीएम चाहती है या 2.5 साल के सीएम की मांग पर बीजेपी की प्रतिक्रिया का इंतजार करेगी। अगर सेना हमें कोई प्रस्ताव देती है तो हम उस पर अपने आलाकमान के साथ बात करेंगे।’