सिन्हा, शौरी और प्रशांत भूषण का आरोप: राफेल डील के कथित भ्रष्टाचार में शामिल हैं मोदी

सिन्हा, शौरी और प्रशांत भूषण का आरोप: राफेल डील के कथित भ्रष्टाचार में शामिल हैं मोदी

नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को एकतरफा अंतिम रूप देकर, रक्षा खरीद के सभी नियमों को ताक पर रखकर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया है।

मीडिया से बात करते हुए सिन्हा व शौरी दोनों ने कहा कि सरकार ने देश के सबसे बड़े रक्षा घोटाले में मोदी की संलिप्तता को बचाने के लिए झूठ का पुलिंदा बुनाया है। यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के साथ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत भूषण भी शामिल थे।

शौरी ने कहा कि उन्होंने जो भी स्पष्टीकरण दिया, उसने सरकार को झूठ के जाल में फंसाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी को संप्रग सरकार के सौदे को पलटने का कोई अधिकार नहीं था, जोकि संबंधित लोगों द्वारा किया गया मुश्किल काम था और यह सात-आठ वर्षो की मेहनत का परिणाम था।

प्रशांत भूषण ने सवाल किया कि आखिर कैसे विमानों के दाम एक झटके में 1000 करोड़ रुपए तक बढ़ गए. जबकि इसके लिए एक पूरा सिस्टम है, जिसमें पहले एयरफोर्स और उसके बाद डिफेंस कमेटी के पास प्रस्ताव जाता है। तीनों ने सवाल किया कि मोदी सरकार अपने झूठ को छुपाने के लिए वायुसेना से भी गलत बयानबाजी करवा रही है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा राफेल डील को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मोदी सरकार पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। तीनो वरिष्ठ नेताओं ने राफेल डील में रिलायंस डिफेन्स की भूमिका का ज़िक्र करते हुए कई खुलासे भी किये थे।

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